Loksabha Election 2024: देश के 102 लोकसभा सीटों पर मतदान शुरु हो गया है, इस बार चुनाव 7 चरणों में हो रहा है, तो वहीं पहले चरण में 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 102 सीटों पर वोटिंग हो रही है।जहां मतदान सुबह 7 बजे शुरू हो चुका है।इस बीच बिहार के गया, नवादा, जमुई और औरंगाबाद में मतदान जारी है। यहां लोग अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर रहे है।इस कड़ी में मतदाताओं में गजब का उत्साह देखने को मिल रहा है, तो वहीं लोकतंत्र के महापर्व की कुछ खूबसूरत तस्वीरें भी सामने आई हैं, जो लोगों को मतदान के लिए प्रेरित करती हैं।
जहां एक दुल्हन ने सिंदूर दान के बाद अपनी विदाई रुकवाकर मतदान किया है। इतना ही नहीं साथ में बंधी गांठ के साथ दूल्हे को भी ले गई।यह नजारा शेखपुरा विधान सभा के शहर चकदिवान के वसंती कन्या मिडिल स्कूल के बूथ संख्या 68 पर देखने को मिला जहां नवविवाहिता सुष्मिता अपने पति प्रदीप के साथ विवाह के पोशाक में ही वोट देने पहुंच गई।
Read more : ओवैसी के गढ़ में BJP उम्मीदवार ने मस्जिद पर चलाया तीर तो भड़के AIMIM चीफ
लोगों ने ताली बजाकर लोकतंत्र की प्रहरी इस बेटी का किया स्वागत
आपको बता दें कि बिहार के नवादा में भारतवर्ष के लोकतंत्र की खूबसूरती में उस समय चार चांद लग गया जब शादी के मंडप से निकलकर एक नवविवाहिता सीधे मतदान केंद्र पर पहुंच गई। मेंहदी वाले हाथो में सुहाग का सिंघोरा लिए और पति से साथ गांठ बांधे बिहार की बेटी सुष्मिता जब मतदान केंद्र पर पहुंची तो वहां मौजूद मतदाता और मतदान कर्मी उर्जा से भर गए। मौजूद सभी लोगों ने ताली बजाकर लोकतंत्र की प्रहरी इस बेटी का शानदार स्वागत किया। पति के साथ पहुंची सुष्मिता ने न सिर्फ अपने मताधिकार का प्रयोग किया बल्कि लोगों को देश के प्रति जिम्मेदारी का पाठ भी पढ़ाया।
Read more : लोकसभा चुनाव 2024 के लिए अमित शाह ने भरा नामांकन
विदाई की रस्म को रोक सुष्मिता ने पहली बार वोट दी
इस दौरान सुष्मिता ने बताया कि -“वह पहली बार वोट दे रही है। इससे पहले उसकी शादी तय हो गई। लेकिन उसने ठान लिया कि हर हाल में अपने मताधिकार का प्रयोग करेगी। उसने बताया कि अपनी पसंद की सरकार बनाने और राष्ट्र निर्माण के लिए यह मौका पांच साल में एक बार आता है। कहा कि जब में वोट डाल सकती हूं तो वे सभी लोग जिनका नाम वोटर लिस्ट में दर्ज है, उन्हें अपने मताधिकार का प्रयोग करना चाहिए। सुष्मिता के पति प्रदीप ने भी कहा कि उसे अपनी पत्नी के फैसले पर उसे नाज है। इसके लिए विदाई की रस्म को रोक दिया गया।”