Loksabha Election 2024: लोकसभा चुनाव के लिए पहले चरण के मतदान की तारीख जैसे-जैसे करीब आ रही है, देश में सियासी माहौल दिलचस्प होता हुआ दिखाई दे रहा है. सभी राजनीतिक दलों के प्रमुख स्टार प्रचारकों का धुआंधार चुनाव प्रचार जारी है. आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. एक-दूसरे के दलों के प्रमुख नेताओं को अपने में शामिल करने की होड़ मची हुई है. पार्टियों के तरफ से दावे और वादे किए जा रहे हैं. बीजेपी ने अब तक 63 प्रत्याशियों के नाम का ऐलान किया है, जिसमें पीएम मोदी वाराणसी के उम्मीदवार हैं और कांग्रेस ने वाराणसी से अपना प्रत्याशी अजय राय को बनाया है. पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में इस बार लोकसभा चुनाव में चुनौती देने के लिए महामंडलेश्वर हिमांगी सखी चुनावी मैदान में उतरी है.
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हिमांगी सखी-किन्नरों के हक के लिए मैदान में उतरी
बताते चले कि महामंडलेश्वर हिमांगी सखी वाराणसी लोकसभा सीट से अखिल भारत हिन्दू महासभा की घोषित उम्मीदवार हैं. 27 मार्च को महासभा की उत्तर प्रदेश इकाई के द्वारा उत्तर प्रदेश की 20 लोकसभा सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान किया गया था,जिसमें महामंडलेश्वर हिमांगी सखी का का नाम शामिल था. वाराणसी से चुनाव लड़ने वाली हिमांगी सखी ने बताया कि वह किन्नरों के हक के लिए मैदान में उतरी हैं, हालांकि वह पहले कभी चुनाव नहीं लड़ी है. बता दें कि, 10 अप्रैल को वाराणसी पहुंचकर किन्नर महासभा की महामंडलेश्वर हिमांगी सखी सबसे पहले भगवान काशी विश्वनाथ के दर्शन करेंगी, उसके बाद अपने चुनाव प्रचार-प्रसार की शुरुआत करेंगी. वहीं, वाराणसी से चुनाव लड़ने वाली हिमांगी सखी ने बताया कि वो किन्नरों के हक के लिए मैदान में उतरी हैं.
‘किन्नर समाज के लिए एक भी सीट आरक्षित नहीं’
वाराणसी से चुनाव लड़ने वाली हिमांगी सखी ने कहा कि, पूरे देश में किन्नर समाज की स्थिति दयनीय है. किन्नर समाज के लिए एक भी सीट आरक्षित नहीं की गई है. किन्नर समाज अपनी बात लोकसभा और विधानसभा में कैसे रखेगा? किन्नर समाज का नेतृत्व कौन करेगा? किन्नर समाज की भलाई के लिए मैंने धर्म से राजनीति की ओर रुख किया है.
20 जिलो में हुआ प्रत्याशियों का एलान
अखिल भारतीय हिंदू महासभा के प्रदेश अध्यक्ष ऋषि कुमार त्रिवेदी ने कहा कि, यूपी के 20 जिलों के लिए प्रत्याशियों के नाम का ऐलान किया गया है. इन 20 जिलों में, वाराणसी, प्रयागराज, मिर्जापुर, संत कबीर नगर, आजमगढ़, गोरखपुर, देवरिया, गोंडा, लखनऊ, आगरा जैसे जनपद शामिल हैं.
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‘हमारी बात सरकार के कानों तक पहुंचे’
आपको बता दे कि महामंडलेश्वर हेमांगी सखी ने कहा कि, हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विरोध में नहीं हैं, उन्होंने भी धर्म का काम किया है. हमारा प्रयास सिर्फ इतना ही है कि हमारी बात सरकार के कानों तक पहुंचे. इसीलिए वाराणसी संसदीय सीट से चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है.
‘सरकार अर्द्धनारीश्वर को भूल गई’
वाराणसी से चुनाव लड़ने वाली महामंडलेश्वर हिमांगी सखी ने कहा कि, सरकार ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा दिया है. हम इसकी सराहना करते हैं, बेटियां जगतजननी का स्वरूप हैं लेकिन सरकार अर्द्धनारीश्वर को भूल गई. ये नारा हम भी सुनना चाहते हैं, वो दिन कब आएगा? केंद्र सरकार ने ट्रांसजेंडर पोर्टल जारी कर दिया लेकिन क्या किन्नरों को इसके बारे में पता है. जो सड़क पर भीख मांग रहे हैं, उनको पता ही नहीं है कि उनके लिए कोई पोर्टल भी है.
पोर्टल जारी किया तो प्रचार क्यों नहीं किया?
महामंडलेश्वर हेमांगी सखी ने सवाल उठाया कि जब सरकार ने पोर्टल जारी किया तो प्रचार क्यों नहीं किया? किन्रर बोर्ड बनाने से कुछ नहीं होता है. सरकार को किन्नर समाज के लिए सीट आरक्षित करनी पड़ेगी, तब जाकर स्थितियां बदलेंगी. आज भाजपा सरकार ने किन्नरों के लिए अपने दरवाजे खुले रखे होते तो शायद महामंडलेश्वर हेमांगी सखी को ये कदम नहीं उठाना पड़ता. हिंदू महासभा ने किन्नरों को मुख्य धारा में लाने के लिए, अपनी बात समाज के सामने रखने के लिए मुझे प्रत्याशी घोषित किया है. ये पहल देश की हर पार्टी को करनी होगी.
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