NEET Exam: नीट परीक्षा को लेकर छात्रों के मन में भारी असंतोष है। परीक्षा में धांधली और पेपर लीक से संबंधित कई खबरें सामने आ चुकी हैं। हाल ही में बिहार में नीट (यूजी) पेपर लीक मामले की जांच कर रही आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने नौ परीक्षार्थियों को नोटिस भेजा था। ये सभी परीक्षार्थी बिहार के अलग-अलग जिलों के रहने वाले हैं। EOU ने सभी को उनके अभिभावकों के साथ पूछताछ के लिए कार्यालय में भी बुलाया था।
हालांकि सरकार परीक्षा में किसी भी तरह की धांधली से इनकार कर रही है। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान (Union Education Minister Dharmendra Pradhan) ने आरोपों से इनकार करते हुए कहा है कि प्रश्नपत्र लीक होने का कोई सबूत नहीं है और एनटीए में भ्रष्टाचार के दावे कोई आधार नहीं हैं।
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आरोपी ने दिया बयान
बिहार में नीट (यूजी) पेपर लीक मामले में हुई कार्रवाई कुछ अलग ही कहानी बयां करती नजर आ रही है। बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने पिछले महीने कहा था कि उसकी जांच से पता चला है कि नीट-यूजी के प्रश्न पत्र और उत्तर 5 मई को होने वाली परीक्षा से पहले ही लगभग 35 उम्मीदवारों को दे दिए गए थे।
पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए 19 आरोपियों में से आरोपी आयुष ने पुलिस के समक्ष अपना बयान प्रस्तुत किया है। उसने बताया है कि उसे 4 मई को पटना के खेमनीचक के लर्न हॉस्टल में ले जाया गया था, जहां उसे नीट (यूजी का प्रश्न पत्र उत्तर सहित दिया गया और याद करने के लिए कहा गया था। आयुष ने कबूल किया कि परीक्षा के दौरान सभी प्रश्न हू-ब-हू मिले थे। इस मामले में अब तक 19 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें से 14 पटना से, 4 पूर्णिया से और 1 गोपालगंज से गिरफ्तार हैं।
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एनटीए की चुप्पी
पूरे देशभर में 5 मई को नीट परीक्षा आयोजित की गई थी, जिसमें 24 लाख से ज्यादा कैंडिडेट शामिल हुए थे। बिहार में पेपर लीक और सॉल्वर गैंग की गतिविधियों के चलते कई गिरफ्तारियां हुई हैं, लेकिन परीक्षा कराने वाली एजेंसी एनटीए अब तक इस मामले पर चुप्पी साधे हुए है। ऐसे में जिस निकाय को केंद्रीय शिक्षा मंत्री विश्वसनीय बता रहे हैं, उसी की विश्वसनीयता पर अब सवाल खड़े हो रहे हैं।
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पटना पुलिस की कार्रवाई
पटना पुलिस ने शास्त्री नगर थाने में केस दर्ज किया था। पुलिस ने पटेल भवन की ओर से आ रही एक सफेद रंग की डस्टर गाड़ी को रोका, जिसमें ड्राइवर समेत तीन लोग बैठे हुए थे। इनकी पहचान सिकंदर यादवेन्द्र, अखिलेश कुमार और विटू कुमार के रूप में हुई। पूछताछ में इन लोगों ने बताया कि उन्होंने नीट परीक्षा में सेटिंग की है और पटना के विभिन्न सेंटर्स पर उनके छात्र परीक्षा दे रहे हैं। इस सेटिंग में संजीव सिंह, शंकी, नीतीश और अमित आनंद भी शामिल थे।