दुनिया की लीडिंग इलेक्ट्रिक व्हीकल मैन्युफैक्चरर कंपनी Tesla पिछले कई महीनों से भारत में एंट्री करने को लेकर सरकार से बातचीत कर रही है। भारत सरकार टेस्ला के साथ एक समझौते को अंतिम रूप देने के करीब है, जो अमेरिकी वाहन निर्माता को अगले साल से अपने इलेक्ट्रिक वाहनों को देश में आयात करने की अनुमति देगा।
Elon Musk: एक न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, सरकार टेस्ला के साथ एक समझौते को अंतिम रूप देने के करीब है, जो अमेरिकी वाहन निर्माता को अगले साल से अपने इलेक्ट्रिक वाहनों को देश में आयात करने की अनुमति देगा। वही बता दे कि यह कदम सोमवार को प्रधान मंत्री कार्यालय में एक उच्च स्तरीय बैठक के मद्देनजर आया है, जिसके दौरान टेस्ला के निवेश प्रस्ताव सहित देश में इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) विनिर्माण के अगले चरण पर चर्चा की गई थी।
कितने वाहन पर कितनी रकम का निवेश करेगी टेस्ला? क्या है शर्त?
रिपोर्ट में कहा गया है, कि अमेरिका की कार मेकर ने केंद्र सरकार को निवेश के लिए एक प्रस्ताव भेजा है। अगर उसे 12,000 वाहनों के लिए रियायती शुल्क मिलता है, तो वह भारत में 500 मिलियन यानी 50 करोड़ डॉलर का निवेश कर सकती है। अगर रियायत 30,000 वाहनों तक बढ़ाई जाती है तो यह 2 अरब डॉलर तक जा सकती है। इस लिहाज से कंपनी की शर्त यह है कि अगग उसे भारत में फैक्टरी स्थापित करने के बाद पहले दो वर्षों में आयातित वाहनों पर 15 प्रतिशत रियायती शुल्क मिलता है, तो वह भारत में अपना कारखाना खोल देगी।
शुरुआती न्यूनतम निवेश करने की उम्मीद है…
संभावित समझौते के हिस्से के रूप में, टेस्ला से प्लांट के लिए लगभग 2 अरब डॉलर का शुरुआती न्यूनतम निवेश करने की उम्मीद है। जिसमें भारत से ऑटो पार्ट्स की खरीद को 15 अरब डॉलर तक बढ़ाने की योजना है। रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से खुलासा किया गया कि इसके अलावा, अमेरिकी वाहन निर्माता का लक्ष्य लागत कम करने के लिए भारत के भीतर कुछ बैटरियों का निर्माण करना है।
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कंपनी ने क्या कहा?
टेस्ला के वरिष्ठ अधिकारी कथित तौर पर भारत में कार और बैटरी निर्माण फैसिलिटी स्थापित करने के लिए भारत सरकार के साथ बातचीत कर रहे हैं, ईवी निर्माता कंपनी ने देश में अपनी सप्लाई चेन को इकोलॉजी में लाने पर खास रुचि व्यक्त की है। एक दूसरे अधिकारी ने ईटी को बताया कि विभिन्न मंत्रालयों और सरकारी विभागों को टेस्ला के साथ किसी भी मतभेद को हल करने और कंपनी की भारत विनिर्माण योजना की घोषणा में तेजी लाने का निर्देश दिया गया है।
टेस्ला के भारत आने का ऐलान होगा जल्द…
21 नवंबर को ब्लूमबर्ग ने बताया कि टेस्ला के भारत में निवेश की घोषणा जनवरी में वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट (Vibrant Gujarat Global Summit ) में की जा सकती है। फैक्टरी के लिए, टेस्ला गुजरात, महाराष्ट्र और तमिलनाडु पर विचार कर रही है क्योंकि उनके पास पहले से ही इलेक्ट्रिक वाहनों और निर्यात के लिए अच्छी तरह से स्थापित इकोसिस्टम है।