Jammu and Kashmir News: पाकिस्तान ने एक बार फिर जम्मू-कश्मीर के अखनूर सेक्टर में संघर्ष विराम समझौते का उल्लंघन किया। इस गोलीबारी की घटना मंगलवार की रात करीब 2:35 बजे हुई, जब पाकिस्तान की ओर से बिना किसी उकसावे के भारतीय चौकियों पर गोलीबारी की गई। इस हमले में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) का एक जवान घायल हो गया।
बीएसएफ की जवाबी कार्रवाई
पाकिस्तानी गोलीबारी का माकूल जवाब देते हुए बीएसएफ के जवानों ने भी जवाबी कार्रवाई की। हालांकि, फिलहाल यह जानकारी नहीं मिल पाई है कि इस जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान को कितना नुकसान हुआ है। बीएसएफ ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए उच्चतम स्तर की निगरानी बनाए रखी है और जवानों को ‘हाई अलर्ट’ पर रखा गया है। भारत और पाकिस्तान ने 25 फरवरी 2021 को संघर्ष विराम समझौते को नवीनीकृत किया था, जिसके बाद से दोनों देशों के बीच संघर्ष विराम उल्लंघन की घटनाएं कम हो गई थीं। पिछले साल रामगढ़ सेक्टर में भी पाकिस्तान की ओर से की गई गोलीबारी में बीएसएफ का एक जवान शहीद हो गया था।
चुनाव के समय बढ़ा तनाव
यह घटना विशेष महत्व की है क्योंकि जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव 18 सितंबर से शुरू होने वाले हैं। संघर्ष विराम उल्लंघन की इस घटना ने चुनावी माहौल में एक बार फिर तनाव बढ़ा दिया है। जम्मू-कश्मीर में आगामी विधानसभा चुनाव तीन चरणों में आयोजित होंगे, और यह घटना चुनावी प्रक्रिया के शांतिपूर्ण संचालन के लिए एक चुनौती पेश करती है।
सीमा की स्थिति को मजबूत करने के हर संभव प्रयास
भारत-पाकिस्तान सीमा की कुल लंबाई 3,323 किलोमीटर है, जिसमें से 221 किलोमीटर अंतरराष्ट्रीय सीमा और 740 किलोमीटर नियंत्रण रेखा जम्मू-कश्मीर में आती है। सीमा पर सुरक्षा को मजबूत करने के लिए बीएसएफ और अन्य सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है, ताकि ऐसी घटनाओं को प्रभावी ढंग से नियंत्रित किया जा सके। पाकिस्तान की ओर से की गई इस नवीनतम गोलीबारी ने जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा की स्थिति को और अधिक संवेदनशील बना दिया है। बीएसएफ के जवानों की सतर्कता और तत्परता से ही सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति बनाए रखी जा सकती है। इस बीच, चुनावी माहौल में इस तरह की घटनाएं नागरिकों के बीच चिंता और असुरक्षा का माहौल उत्पन्न कर रही हैं।