Input: mayuri…
हिन्दु धर्म में हर दिन का अपना एक महत्व होता हैं। सप्ताह में सातों दिन का अपना अलग- अलग विशेष मान्यता हैं। मान्यताओं के मुताबिक प्रत्येक दिन किसी न किसी देवी-देवताओं को समर्पित है।
जिस तरह से सोमवार भगवान शिव को, मंगलवार हनुमानजी को समर्पित है उसी तरह गुरुवार का दिन देवताओं के गुरु बृहस्पति देव को समर्पित है। इस दिन बृहस्पति जी की पूजा-अर्चना की जाती है। मान्यता है कि गुरुवार को बृहस्पति जी की विधि-विधान से पूजा अर्चना करने से भक्तों की हर मुराद पूरी होती है। कई भक्त गुरुवार को व्रत भी रखते हैं। इस दिन व्रत रखने और अपनी पसंदीदा चीजें चढ़ाने से बृहस्पति देव जी बहुत प्रसन्न होते हैं।
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गुरुवार को बृहस्पति जी को पीला पुष्प अर्पित करने से…
पीले फूल- बृहस्पति देव जी को पीले फूल बहुत पसंद होते हैं। मान्यता है, कि गुरुवार को बृहस्पति जी को पीला पुष्प अर्पित करने से वो बहुत प्रसन्न होते हैं। इसके अलावा अन्य पुष्प भी आप पूजा में अर्पित कर सकते हैं। मान्यता है कि गुरुवार के दिन इन उपायों को करने से देवताओं के गुरु बृहस्पति बहुत खुश होते हैं। इससे कुंडली में भी गुरु की स्थिति में सुधार हो सकता है।
विधि-विधान, द्वीप धूप से उनकी पूजा करें…
पीला वस्त्र- गुरुवार के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर सुबह स्नान कर बृहस्पतिदेव जी की पूजा में बैठना चाहिए। पूजा में बैठते समय माथे पर केसर या हल्दी का तिलक जरूर लगाएं। बृहस्पति देव जी को पीला वस्त्र बेहद पसंद होता है। गुरुवार की पूजा में आप बृहस्पति देव की मूर्ति को साफ-सुथरी जगह पर, पीले रंग के वस्त्र पर उन्हें स्थापित करें। इसके बाद विधि-विधान, द्वीप धूप से उनकी पूजा करें।
पीला पकवान- गुरुवार की पूजा में बृहस्पति देव को पीले रंग का पकवान जरूर चढाएं।
इसके साथ ही प्रसाद के तौर पर गुड़ और चने की दाल का भोग भी जरूर लगाना चाहिए। पीला पकवान चढ़ाना बहुत शुभ माना जाता है। इन सबके साथ ही गुरुवार के दिन केला के वृक्ष की पूजा करनी चाहिए। केले के वृक्ष में जल, धूप, द्वीप आदि से पूजा करने से बृहस्पतिदेव खुश होते हैं।