Swati Maliwal: दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने बड़ी कार्रवाई करते हुए दिल्ली महिला आयोग की 223 कर्मचारियों को हटाने का निर्देश जारी किया है. आरोप है कि दिल्ली महिला आयोग की तत्कालीन अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने नियमों के खिलाफ जाकर बिना इजाजत इनकी नियुक्ति की थी, जिस वजह से उन्हें निकाल दिया गया. अब इस मामले पर डीसीडब्ल्यू की पूर्व अध्यक्ष और आप सांसद स्वाति मालीवाल ने एलजी का हमला बोला है.
Read More: मोदी को रोकना जरुरी,राहुल को जिताना….Pakistan के पूर्व मंत्री ने बढ़-चढ़कर की राहुल गांधी की तारीफ
’90 कर्मचारियों में से केवल 8 लोग नियमित कर्मचारी’
उन्होंने एलजी पर हमला बोलते हुए कहा, “मैं यह नहीं समझ पा रही हूं कि कोई व्यक्ति इतनी छोटी, नकारात्मक और महिला विरोधी मानसिकता कैसे रख सकता है. दिल्ली महिला आयोग ने कई काम किए हैं. एलजी कह रहे हैं कि सभी संविदा कर्मियों को बर्खास्त कर दिया जाए क्योंकि नियुक्तियां अवैध हैं. अगर ऐसा होता है, तो डीसीडब्ल्यू बंद कर दिया जाएगा. 90 कर्मचारियों में से केवल 8 लोग नियमित कर्मचारी हैं, जबकि बाकी संविदा कर्मचारी हैं, जो तीन महीने के अनुबंध पर काम कर रहे हैं.
‘महिला आयोग ने पिछले 8 साल में शानदार काम किए’
बताते चले कि, उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि महिला आयोग ने पिछले 8 साल में शानदार काम किए हैं. इस दौरान हमने एक लाख 70 हजार केसेस पर सुनवाई की। 181 महिला हेल्पलाइन नंबर ने 40 लाख कॉल्स अटेंड की. क्राइसिस इंटरवेंशन सेंटर ने 60 हजार से ज्यादा सेक्सुअल सर्वाइवर की काउंसलिंग की. लाखों पीड़ित महिलाओं की कोर्ट में सुनवाई के दौरान मदद की. यह तमाम काम दिल्ली महिला आयोग की टीम ने किया, जिसे हटाने का तुगलकी फरमान BJP के LG साहब ने जारी किया है.
Read More: 50वें मुकाबले में SRH vs RR होंगे आमने-सामने,कौन मारेगा बाजी ?
आप महिला आयोग क्यों बंद कर रहे हो?
आपको, बता दे कि भाजपा और एलजी पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि BJP और उनके LG की राजनीति में बलात्कारी खुले घूमेंगे और दिल्ली का महिला आयोग बंद कर दिया जाएगा. LG साहब आपको मुझसे दुश्मनी है तो मुझसे लड़ाई लड़िए, आप महिला आयोग क्यों बंद कर रहे हो? आपको मुझसे इस बात की परेशानी है कि जब राम रहीम पर सब चुप थे, तब दिल्ली महिला आयोग ने आवाज उठाई। जब मणिपुर पर सब चुप थे तब मैं वहां गई. LG साहब, आप मुझसे लड़िए, दिल्ली महिला आयोग से नहीं.
‘हर पल पीड़ित महिलाओं के लिए तपस्या की’
उन्होंने कहा कि दिल्ली महिला आयोग की टीम ने हर पल पीड़ित महिलाओं के लिए तपस्या की है। लेकिन LG साहब ने इसी टीम को आयोग से बाहर निकालने का फरमान जारी कर दिया है। 90 महिलाओं की टीम में से 82 महिलाएं संविदा पर छोटी-छोटी सैलरी पर काम कर रही हैं. अब जब यह लोग बाहर निकाल दी जाएंगी तो यहां काम कौन करेगा? दिल्ली महिला आयोग में स्वीकृत पद शून्य (0) है, इनके हिसाब से महिला आयोग में एक भी स्टाफ नहीं हो सकता. पहले महिला आयोग को स्टाफ तो दो। अगर आपको लगता है कि काम ठीक से नहीं हो रहा तो उन्हें हटा देना.
‘8 साल में सिर्फ 1 केस सॉल्व किया’
उन्होंने कहा कि महिला आयोग में 90 कमर्चरियों का स्टाफ है. हम 9 साल से इनके हाथ जोड़ रहे हैं कि स्टाफ दे दो. 6-6 महीने सैलरी नहीं आती है. मेरे से पिछली महिला आयोग अध्यक्ष ने 8 साल में सिर्फ 1 केस सॉल्व किया था. ये महिला आयोग को पुराने ढर्रे पर ले जाना चाहते हैं, क्योंकि इन्हें सवालों से डर लगता है. उन्होंने कहा कि महिला आयोग को दिल्ली की महिलाओं की सुरक्षा के लिए काम करने दीजिए. महिलाओं को उनका कवच मत छीनिए.
Read More: एटा में CM योगी ने BJP उम्मीदवार के लिए की जनसभा,कांग्रेस-सपा को बताया राम को नकारने वाली