Loksabha Election 2024: आगामी 2024 लोकसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दलों ने अपनी कमर कस ली है.जैसे-जैसे चुनाव की तारीख नजदीक आ रही है,वैसे-वैसे देश में सियसी हलचल तेज होती जा रही है. केंद्रीय निर्वाचन आयोग की ओर से तारीखों के ऐलान से पहले कई राजनीतिक दलों ने अपने-अपने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान करना भी शुरु कर दिया है. इसी बीच राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी के अध्यक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य ने ‘इंडिया’ गठबंधन’ को समर्थन करने का एलान किया है.
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इंडी गठबंधन को लेकर क्या बोले स्वामी प्रसाद
इस समय देश में सियासत गरमाई हुई है. ऐसे में स्वामी प्रसाद मौर्य ने ‘इंडिया’ गठबंधन’ को समर्थन करने का ऐलान आखिर किसके लिए मुसीबत बनेगा. इसके बारे में तो फिलहाल कुछ कहा नहीं जा सकता है. मौर्य ने कहा है कि आने वाले लोकसभा चुनाव में बिना किसी शर्त के हम देश, लोकतंत्र और संविधान को बचाने के लिए ‘इंडिया’ गठबंधन को समर्थन देंगे. उन्होंने कहा कि अगर इंडिया गठबंधन हमें हिस्सेदारी देती है तो भी हम उनको समर्थन देंगे अगर हिस्सेदारी नहीं भी मिलेगी तो भी हम उनको समर्थन देंगे. आने वाले समय के लिए इंडिया गठबंधन देश की मांग है.
समाजवादी पार्टी में जाने का कोई सवाल नहीं बनता
आगे स्वामी प्रसाद मौर्य ने ये भी कहा कि अब समाजवादी पार्टी में जाने का कोई सवाल नहीं बनता है. उत्तरप्रदेश में हुए राज्य सभा चुनाव ने बता दिया है कि मैं सही कह रहा था कि सपा में बीजेपी के एजेंट भरे पड़े हैं और इन चुनाव ने मेरी बात को सही साबित भी कर दिया है.मौर्य ने न्यूज ऐसेंसी से बातचीत में कहा कि लोकतंत्र और संविधान को बचाने के लिए वो बिना शर्त I.N.D.I.A गठबंधन का समर्थन करेंगे. उन्होंने कहा- देश में बढ़ी हुई महंगाई से निजात दिलाने, नौजवानों को रोजगार, व्यापारियों को शोसन से मुक्ति और किसानों को न्याय दिलाने के लिए देश को आज ‘इंडिया’ गठबंधन की जरुरत महसूस हो रही है. ऐसे में हमारी राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी इंडिया गठबंधन को बिना शर्त सपोर्ट करेगी.”
हाल ही में नई पार्टी का किया गठन
आपको बता दे कि यूपी की सियासत में स्वामी प्रसाद मौर्य ने सपा से इस्तीफा देने के बाद, हाल ही में राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी का गठन किया है. स्वामी प्रसाद मौर्य ने समाजवादी पार्टी पर अपनी उपेक्षा का आरोप लगाया था और अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली पार्टी से अलग हो गए थे. हालांकि अब वो ये कह रहे हैं कि इंडिया गठबंधन को बिना किसी शर्त के सपोर्ट करेंगे. ऐसा कहा जाता है कि समाजवादी पार्टी में रहने के दौरान स्वामी प्रसाद मौर्य की सबसे ज्यादा नाराजगी राम गोपाल वर्मा और मनोज पांडेय से रही है.
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