Surya Grahan 2025:भारत में सूर्यग्रहण का न दिखने का कारण ग्रहण का मार्ग है, जैसा कि रिपोर्ट में पता चला है। सूर्यग्रहण तब होता है जब चंद्रमा, पृथ्वी और सूर्य के बीच आ जाता है, जिससे सूर्य का कुछ हिस्सा या पूरा हिस्सा पृथ्वी से छिप जाता है। हालांकि, यह ग्रहण हर जगह नहीं दिखाई देता है। इसका कारण यह है कि सूर्य, चंद्रमा और पृथ्वी की स्थिति इस प्रकार की होनी चाहिए कि ग्रहण का मार्ग उस स्थान से होकर गुजरें, जहां से यह देखा जा सके।
सूर्यग्रहण न दिखने का कारण

भारत में सूर्यग्रहण का न दिखाई देना इसका मतलब है कि जिस समय यह ग्रहण लगेगा, उस समय इसका मार्ग भारत से बाहर होगा या फिर सूर्यग्रहण का समय एवं स्थिति ऐसी होगी कि यह भारत में नजर नहीं आएगा। चूंकि सूर्यग्रहण पृथ्वी पर अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग दिखाई देता है, इसलिए यह संभव है कि किसी स्थान पर यह दिखाई दे, जबकि किसी अन्य स्थान पर नहीं दिखे।
क्या है इस सूर्यग्रहण में खास?
साल 2025 का पहला सूर्यग्रहण आज, यानी 29 मार्च 2025 को शनिवार के दिन होगा। यह ग्रहण खास है क्योंकि यह चैत्र मास की अमावस्या के दिन लग रहा है, साथ ही शनिवार का दिन भी है। यह सूर्यग्रहण करीब 3 घंटे 53 मिनट तक रहेगा, जिसकी शुरुआत 2 बजकर 21 मिनट पर होगी और इसका समापन 4 बजकर 17 मिनट पर होगा।
सूर्यग्रहण के दौरान सूतक काल
हालांकि, यह सूर्यग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा। इसका मतलब यह है कि भारत में लोग इस सूर्यग्रहण को नहीं देख सकेंगे, न ही इसके दौरान लगने वाला सूतक काल भारत में मान्य होगा। सूतक काल वह समय होता है जब सूर्यग्रहण या चंद्रग्रहण के पहले कुछ घंटे के दौरान धार्मिक क्रियाएं और कार्य करना निषेध होता है।

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दुनियाभर में सूर्यग्रहण का दृश्य
सूर्यग्रहण का यह विशेष दृश्य दुनियाभर के कई देशों और महाद्वीपों में देखा जा सकेगा, जैसे कि अफ्रीका, यूरोप और एशिया के कुछ हिस्सों में। लेकिन भारत में यह दृश्य नहीं दिखाई देगा। इसका कारण यह है कि सूर्यग्रहण का मार्ग भारत के बाहर होकर जाएगा, जिससे इस क्षेत्र में यह खगोलीय घटना नहीं दिखाई देगी।