Sunita Williams Return LIVE:नासा के अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर 5 जून, 2024 को स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट के जरिए अंतरिक्ष के लिए रवाना हुए थे। इस मिशन के दौरान, उन्हें 13 जून को धरती पर लौटने की उम्मीद थी, लेकिन तकनीकी समस्याओं के कारण उन्हें अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) में 9 महीने तक फंसे रहना पड़ा।

19 मार्च 2025 को, वे SpaceX के ड्रैगन कैप्सूल के जरिए फ्लोरिडा के पास समंदर में सुरक्षित रूप से लौट आए। इस दौरान सुनीता विलियम्स और उनकी टीम ने कई महत्वपूर्ण कार्य किए, जिनमें रिसर्च, एक्सपेरिमेंट्स और अंतरिक्ष स्टेशन की देखभाल शामिल थीं। आइए जानते हैं, उनके इस 9 महीने के अंतरिक्ष मिशन में क्या-क्या काम हुआ।
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अंतरिक्ष में रिसर्च और एक्सपेरिमेंट्स

सुनीता विलियम्स ने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर 286 दिन बिताए, जिसमें उन्होंने 900 घंटे की रिसर्च की और लगभग 150 एक्सपेरिमेंट्स किए। इन एक्सपेरिमेंट्स में विभिन्न वैज्ञानिक कार्य जैसे ग्रैविटी, फ्यूल सेल्स, रिएक्टर्स, और बैक्टीरिया के उपयोग पर आधारित रिसर्च शामिल थीं। विशेष रूप से, बायोन्यूट्रिएंट्स रिसर्च अंतरिक्ष यात्रियों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण साबित हो सकती है, क्योंकि इसके जरिए अंतरिक्ष में ताजे पोषक तत्वों की आपूर्ति की जा सकती है, जो लंबे अंतरिक्ष मिशनों में सहायक होंगे।
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सुनीता विलियम्स ने स्पेसवॉक किए

नासा के मुताबिक, सुनीता विलियम्स ने 62 घंटे, 9 मिनट यानी कुल 9 बार स्पेसवॉक किया। वे इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के बाहर भी काम करने में जुटी रहीं। यह एक अत्यधिक चुनौतीपूर्ण कार्य होता है क्योंकि अंतरिक्ष में हर कदम को सावधानी से उठाना पड़ता है। इस दौरान उन्होंने स्टेशन की मरम्मत, उपकरणों का निरीक्षण और अन्य आवश्यक कार्य किए।
ISS की देखभाल और सफाई

सुनीता विलियम्स ने ISS की सफाई और देखभाल में भी अहम भूमिका निभाई। यह स्टेशन निरंतर रख-रखाव की मांग करता है, और यह करीब फुटबॉल मैदान के आकार के बराबर है। इसके विभिन्न हिस्सों की सफाई और पुराने डिवाइसों का नवीनीकरण भी सुनीता की जिम्मेदारी में था। इस तरह के कार्य अंतरिक्ष यात्रियों की नियमित दिनचर्या का हिस्सा होते हैं और इनसे स्टेशन की कार्यक्षमता और सुरक्षा बनी रहती है।