Summer Health Tips: बढ़ती गर्मी और तेज धूप बीपी (ब्लड प्रेशर) के मरीजों के लिए अत्यंत खतरनाक हो सकती है। जैसे-जैसे तापमान में वृद्धि होती है, शरीर को अपने तापमान को नियंत्रित करने में कठिनाई होती है, और यह रक्तचाप पर भी प्रभाव डाल सकता है। गर्मी के मौसम में शरीर के विभिन्न अंगों पर दबाव पड़ता है, और यह स्थिति उन लोगों के लिए और भी गंभीर हो जाती है जिनका रक्तचाप पहले से असंतुलित है।
Read More:World TB Day 2025: टीबी से जंग….जीतेंगे हम, ‘हम टीबी को समाप्त कर सकते हैं’
पानी की कमी से हो सकती है डिहाइड्रेशन

गर्मी के मौसम में पसीने के रूप में शरीर अतिरिक्त पानी खोता है, जिसके कारण शरीर में पानी की कमी (डिहाइड्रेशन) हो सकती है। डिहाइड्रेशन से खून गाढ़ा हो जाता है, जिससे रक्त प्रवाह धीमा हो सकता है और दिल पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है। इस स्थिति में अगर किसी व्यक्ति का बीपी पहले से उच्च या निम्न हो, तो उसका खतरनाक स्तर तक बढ़ने या गिरने का जोखिम होता है। खासकर गर्मी के कारण, रक्त वाहिकाएँ संकुचित हो सकती हैं, जिससे रक्तचाप बढ़ने का खतरा रहता है।
Read More:Health tips: क्या नाभि में छुपा है स्वस्थ जीवन रहस्य? जाने सेहतमंद रहने का राज
तेज धूप से कोशिकाओं और अंगों को नुकसान
तेज धूप में बाहर रहने से शरीर का तापमान असामान्य रूप से बढ़ सकता है, जिससे शरीर की कोशिकाओं और अंगों को नुकसान हो सकता है। यह उच्च रक्तचाप के मरीजों के लिए विशेष रूप से खतरनाक होता है, क्योंकि अत्यधिक गर्मी से दिल और रक्त वाहिकाओं पर अत्यधिक दबाव पड़ता है। इस स्थिति में स्ट्रोक, हार्ट अटैक या अंगों की असामान्य क्रियावली का खतरा बढ़ सकता है। इसके अलावा, बीपी के मरीजों को गर्मी में अचानक चक्कर आना, थकान या बेहोशी जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं।

Read More:Health tips: आपका भी बढ़ रहा है तेजी वजन,तो जाए सावधान! जाने क्या करना चाहिए और क्या नहीं?
बीपी के मरीज बरते सावधानी
बीपी के मरीजों को गर्मी में विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। बाहर निकलते समय सूरज की सीधी धूप से बचें, हल्के कपड़े पहनें, और नियमित रूप से पानी पिएं ताकि डिहाइड्रेशन न हो। इसके अलावा, उच्च रक्तचाप वाले मरीजों को अपनी दवाइयाँ नियमित रूप से लेनी चाहिए और डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए कि गर्मी में रक्तचाप को नियंत्रित करने के लिए उन्हें क्या कदम उठाने चाहिए।