शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह ने बताया कि दल में पंजाब के 23 जिलों के छात्र शामिल हैं। चंद्रयान-3 की लांच के अवसर पर पंजाब राज्य के स्कूल आफ ऐमीनैस के 30 विद्यार्थी इस ऐतिहासिक मौके के गवाह बने। बता दे कि यह वहां पर 3 दिन तक रुकेंगे। छात्रों के लिए भी यह एक नया अनुभव होगा।
Punjab News: हिंदुस्तान के अंतरिक्ष प्रोग्राम का सबसे अहम प्रोजेक्ट चंद्रयान-3 की लॉन्चिंग के अवसर पर पंजाब के स्कूल शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस भी इन विद्यार्थियों के साथ उपस्थित थे। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) 4 साल बाद एक बार फिर चांद पर चंद्रयान पहुंचाने की तैयारी हो गई है। 14 जुलाई को इसरो पृथ्वी के इकलौते उपग्रह चांद पर अपना तीसरा चंद्रयान पहुंचाने वाला है। बता दे कि चंद्रयान-3 की लांच के अवसर पर पंजाब राज्य के स्कूल आफ ऐमीनैस के 30 विद्यार्थी इस ऐतिहासिक मौके के गवाह बने। हिंदुस्तान के अंतरिक्ष प्रोग्राम का सबसे अहम प्रोजेक्ट चंद्रयान-3 की लॉन्चिंग के अवसर पर पंजाब के स्कूल शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस भी इन विद्यार्थियों के साथ उपस्थित थे।
विद्यार्थियों को दी बधाई…
शिक्षामंत्री हरजोत सिंह बैंस ने बताया कि ये विद्यार्थी तीन दिन तक वहां पर रहेंगे। साथ ही अंतरिक्ष विज्ञान की बारीकियों व रहस्यों के बारे में जानेंगे। उन्होंने वहां गए सभी विद्यार्थियों को इस पल के लिए बधाई दी है। शिक्षा विभाग ने 23 जिलों के 117 स्कूल ऑफ एमिनेंस से विद्यार्थियों को वहां पर भेजा है। इसके साथ ही उनके शिक्षक भी गए हैं। यह पल काफी ऐतिहासिक रहने वाला है।
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2019 में चांद की सतह पर उतरने में विफल रहा था चंद्रयान-2
आपको बता दें कि इससे पहले साल 2019 में चांद की सतह पर चंद्रयान-2 की लैंडिंग नहीं हो पाई थी। जिसकी वजह से इसरो की टीम निराश हो गई थी तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भावुक हुए तत्कालीन इसरो प्रमुख के। सिवान को गले लगाकर ढांढस बंधाया था। वो तस्वीर आज भी लोगों को याद है।
विद्यार्थी भी इस चीज को लेकर काफी उत्साहित हैं। इस बारे में कॅरिअर काउंसिलर एवं मैनेजमेंट गुरु गिरीश आनंद का कहना है कि विद्यार्थियों के लिए यह पल काफी अहम रहेगा क्योंकि जब वे कोई चीज अपनी आंखों के सामने देखते हैं तो वे उसे हमेशा याद रखते हैं। बच्चों को इस समारोह में भेजना एक ऐतिहासिक पल है।