Surat Violence: गुजरात के सूरत में गणेश पूजा के दौरान देर रात सैयपुरा इलाके में गणेश पंडाल पर हुए पथराव ने इलाके में तनाव फैला दिया। गणेश प्रतिमा की पूजा के लिए बनाए गए पंडाल पर कुछ अराजकतत्वों ने पत्थर फेंक दिए, जिससे माहौल बिगड़ गया और स्थानीय लोग थाने का घेराव करने लगे। घटना के बाद स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई और पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े और लाठी चार्ज करना पड़ा।
Read more: Lucknow Building Collapse: इमारत ढहने की घटना पर PM मोदी ने जताया दु:ख, किया मुआवजे का ऐलान
पुलिस ने की सख्त कार्रवाई, 27 लोग हिरासत में
पुलिस और स्थानीय अधिकारियों ने स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए ताबड़तोड़ कार्रवाई की। सूरत पुलिस ने 27 लोगों को गिरफ्तार कर लिया और कई अन्य को हिरासत में लिया है। पुलिस के अनुसार, इस हिंसा में कई पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। सूरत के पुलिस कमिश्नर अनुपम सिंह गहलोत ने कहा कि इलाके में शांति कायम करने के लिए 1000 से अधिक पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है और सीसीटीवी फुटेज, वीडियो विजुअल्स और ड्रोन तकनीक का उपयोग करके निगरानी की जा रही है।
गृहमंत्री हर्ष संघवी का बयान: कड़ी कार्रवाई की जाएगी
गुजरात के गृहमंत्री हर्ष संघवी ने घटना की निंदा करते हुए कहा कि सूरत में गणेश पंडाल पर पथराव करने वाले छह लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई है। उन्होंने चेतावनी दी कि शांति भंग करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। संघवी ने सोशल मीडिया पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी और बताया कि दंगाइयों को सूर्योदय से पहले हिरासत में लेने का वादा पूरा किया गया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने पुलिस और प्रशासन को पत्थरबाजों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
Read more: Jammu and Kashmir: राजौरी में घुसपैठ की कोशिश नाकाम, सेना ने दो आतंकियों को मार गिराया
पुलिस ने इलाके को छावनी में तब्दील किया
घटना के बाद पुलिस ने पूरे इलाके को छावनी में बदल दिया है। पथराव और हिंसा की सूचना मिलते ही पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और पूरे क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया। पुलिस ने लाठी चार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़ने के अलावा चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल की तैनाती की। पुलिस कमिश्नर अनुपम गहलोत ने बताया कि गणेश पंडाल पर हुए पथराव का विरोध करने पर हिंसा भड़क गई, जिसके बाद पुलिस ने पूरी स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए कठोर कदम उठाए।
आगे की जांच जारी
पुलिस और प्रशासन की टीमें लगातार इलाके में गश्त कर रही हैं और स्थानीय लोगों को शांति बनाए रखने के लिए समझा रही हैं। पुलिस ने दंगाइयों की पहचान के लिए तकनीकी निगरानी बढ़ा दी है और इलाके में शांति बनाए रखने के लिए पूरी तरह से मुस्तैद है। इस घटना के बाद स्थानीय विधायक भी मौके पर पहुंचे और प्रशासन से त्वरित एक्शन की मांग की। सूरत में गणेश पंडाल पर हुए पथराव ने एक बार फिर से सांप्रदायिक तनाव की गंभीरता को उजागर किया है। पुलिस की त्वरित कार्रवाई और सरकार की सख्त चेतावनी ने स्थिति को नियंत्रण में लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। हालांकि, इस घटना ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि इलाके में सुरक्षा और कानून-व्यवस्था को लेकर सतर्कता बनाए रखना आवश्यक है।