Stock Market: भारतीय शेयर बाजार में सोमवार को गिरावट का दौर लगातार जारी रहा। सप्ताह के पहले कारोबारी दिन सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ने शुरुआत में तेजी दिखाई, लेकिन कुछ ही मिनटों में गिरावट का ऐसा दौर शुरू हुआ कि निवेशकों की चिंताएं बढ़ गईं। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का सेंसेक्स 540 अंक तक लुढ़क गया, जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 100 अंक से ज्यादा फिसल गया। इस गिरावट में टीसीएस, एनटीपीसी और रिलायंस जैसे दिग्गज शेयरों में भारी नुकसान देखने को मिला।
शानदार शुरुआत के बाद आयी अचानक गिरावट
सेंसेक्स ने सोमवार को 283 अंक की शुरुआती बढ़त के साथ 77,863.54 के स्तर पर कारोबार शुरू किया था। निफ्टी भी तेजी के साथ खुला था। लेकिन 10 मिनट के अंदर बाजार की तेजी ठंडी पड़ गई। गिरावट का यह सिलसिला गहराता गया और सेंसेक्स 540 अंक की गिरावट के साथ 77,015.71 के स्तर पर पहुंच गया। निफ्टी भी बड़ी गिरावट के साथ 100 अंक से नीचे ट्रेड करने लगा।
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इन दिग्गज शेयरों में सबसे ज्यादा गिरावट
सोमवार की ट्रेडिंग में बीएसई सेंसेक्स के 30 शेयरों में से कई दिग्गज शेयरों ने निवेशकों को निराश किया।
गिरावट वाले शेयर:
टीसीएस, टेक महिंद्रा, एनटीपीसी, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, एक्सिस बैंक, टाटा मोटर्स और इंडसइंड बैंक के शेयरों में भारी गिरावट दर्ज की गई। खासतौर पर टीसीएस ने निवेशकों को सबसे ज्यादा झटका दिया।
बढ़त वाले शेयर:
एचडीएफसी बैंक, टाटा स्टील, बजाज फाइनेंस और एशियन पेंट्स जैसे कुछ शेयरों ने मामूली बढ़त दिखाकर बाजार को थोड़ा संभालने की कोशिश की।
एफआईआई की बिकवाली बनी बाजार की मुसीबत
शेयर बाजार में गिरावट का एक बड़ा कारण विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की भारी बिकवाली है। बीते गुरुवार को एफआईआई ने 1,849.87 करोड़ रुपये मूल्य की इक्विटी बेची। इस महीने की शुरुआत से अब तक एफआईआई 22,420 करोड़ रुपये भारतीय बाजार से निकाल चुके हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि यह गिरावट घरेलू शेयरों के उच्च मूल्यांकन, चीन में बढ़ते निवेश और अमेरिकी डॉलर व ट्रेजरी प्रतिफल में बढ़ोतरी के कारण हो रही है।
एशियाई बाजारों का मिला-जुला प्रदर्शन
एशियाई बाजारों में सोमवार को सियोल, शंघाई और हांगकांग में तेजी दर्ज की गई, जबकि टोक्यो के बाजारों में गिरावट देखने को मिली। वहीं, शुक्रवार को अमेरिकी शेयर बाजार भी गिरावट के साथ बंद हुए, जिसका असर भारतीय बाजार पर भी पड़ा।
निफ्टी में शिखर से 10.4% की गिरावट
निफ्टी ने अपने शिखर से अब तक 10.4% की गिरावट दर्ज की है। विशेषज्ञों का कहना है कि एफआईआई की लगातार बिकवाली, वित्तीय वर्ष 2025 के लिए शेयरों की आय में कमी और वैश्विक अस्थिरता भारतीय बाजार पर दबाव बना रहे हैं।
टीसीएस और रिलायंस की गिरावट ने खींचा ध्यान
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) और रिलायंस के शेयरों में भारी गिरावट ने निवेशकों को चौंका दिया। टीसीएस के कमजोर प्रदर्शन ने आईटी सेक्टर के अन्य शेयरों पर भी दबाव बढ़ा दिया। वहीं, रिलायंस में गिरावट का असर पूरे बाजार पर दिखा।
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निवेशक फिलहाल रहें सतर्क
शेयर बाजार में गिरावट के इस दौर को देखते हुए विशेषज्ञों का कहना है कि निवेशकों को फिलहाल सतर्क रहना चाहिए। हालांकि, दीर्घकालिक निवेशकों के लिए यह गिरावट निवेश का मौका हो सकती है। जानकारों के अनुसार, बाजार में स्थिरता आने में अभी समय लग सकता है। भारतीय शेयर बाजार में हालिया गिरावट वैश्विक कारणों और घरेलू बिकवाली से प्रेरित है। निवेशकों को धैर्य रखने और दीर्घकालिक रणनीति अपनाने की सलाह दी जाती है। आने वाले दिनों में बाजार की चाल पर एफआईआई की गतिविधियां और वैश्विक बाजारों का प्रदर्शन अहम भूमिका निभाएंगे।