Tamil film: अयोध्या के राम मंदिर में होने वाली प्राण प्रतिष्ठा को लेकर एक तरफ जहां बड़ी जोरों-शोरों से तैयारियां की जा रही हैं तो वहीं मंदिर को लेकर राजनीतिक दलों की ओर से विवादित बयानों का सिलसिला भी लगातार जारी है.सोशल मीडिया से लेकर टीवी चैनलों और अखबारों की सुर्खियों तक हर जगह 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह की खबरें तेजी से चल रही हैं।
वहीं इस बीच ओटीटी प्लेटफार्म पर आई एक तमिल फिल्म इन दिनों विवाद का नया विषय बन गई है.तमिल फिल्म ‘अन्नपुर्णानी द गॉड्स ऑफ फूड’ में भगवान श्रीराम के साथ ही माता सीता और उनके भाई लक्ष्मण के वनवास जाने के दौरान भोजन में मांसाहार लिए जाने के वक्तव्य का जिक्र किया गया है.जिसके संबंध में समाजवादी अधिवक्ता के प्रदेश प्रवक्ता विवेक कुमार पांडेय ने राजधानी लखनऊ के गाजीपुर में फिल्म निर्माता और कलाकारों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है.फिल्म को लेकर उनका कहना है कि,फिल्म में जिस तरह के वक्तव्य का जिक्र है उसे समाज में विघटन पैदा करने के उद्देश्य और समानत की आस्था पर चोट करने के उद्देश्य से किया गया है।
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एफआईआर दर्ज कराने वाले अधिवक्ता ने इस बात का भी जिक्र किया कि,भारत सरकार और यूपी की योगी सरकार समेत पूरा भारत इन दिनों राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा और मंदिर उद्घाटन को लेकर उत्साहित है और इसी बीच फिल्म में इस तरह के वक्तव्य को दिखाना तमाम सनातनी को चोट पहुंचाने जैसा है इसलिए फिल्म के निर्माता,कलाकार को खिलाफ उचित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आवश्यक कार्रवाई की जाए।
आपको बता दें कि,महाराष्ट्र में एनसीपी नेता जितेंद्र अव्हाण ने भी प्रभु श्री राम के मांसाहारी होने को लेकर विवादित बयान दिया था जिसके बाद उन्हें इस पर माफी भी मांगनी पड़ी.तमाम संत-महात्माओं ने एनसीपी नेता के बयान की कड़ी आलोचना की जिसमें उन्होंने ये बताया था कि,प्रभु श्रीराम ने वनवास के दौरान भोजन में मांस का इस्तेमाल किया था।
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