Jammu and Kashmir : जम्मू-कश्मीर क्षेत्र में लगातार बढ़ती आतंकी गतिविधियों को लेकर भारतीय सेना ने अपने जवानों की संख्या यहां बढ़ा दी है.रक्षा सूत्रों के अनुसार भारतीय सेना ने पाकिस्तान के 50-55 आतंकवादी जो हमले के बाद अभी भी कहीं वादियों में ही छुपे हुए हैं जिनमें मुख्य रूप से रियासी,डोडा, भद्रवाह, कठुआ और उधमपुर के इलाके शामिल हैं.
इन सभी इलाके में सैनिकों की कमी की वजह से आतंकी सुरक्षा बलों के लिए बड़ा सिरदर्द बन गए हैं आतंकियों का सफाया करने के लिए इन क्षेत्रों में लगभग 500 पैरा स्पेशल फोर्स कमांडो को तैनात किया गया है.आतंकी एक बार फिर से आतंकवाद को पुनर्जीवित करने के लिए इन क्षेत्रों में प्रवेश कर चुके हैं ऐसे में भारतीय सेना पूरी तरह से सक्रिय हो गई है।
Read more :केजरीवाल जानबूझकर खा रहे कम खाना…,दिल्ली के LG का बड़ा आरोप
स्पेशल फोर्स करेगी आतंकियों का सफाया
सैनिकों की कमी और ईस्टर्न लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन के साथ तनाव का असर जम्मू क्षेत्र में भी साफ दिखाई दे रहा है और आतंकियों को फिर से पनपने का मौका मिल रहा है.आतंकियों ने सैनिकों की कमी का फायदा उठाते हुए खुद को खड़ा कर लिया था और जम्मू क्षेत्र में वे सिक्योरिटी फोर्स के लिए बड़ा सिरदर्द बन गए थे.4 साल पहले जब ईस्टर्न लद्दाख में चीन के साथ एलएसी पर तनाव बढ़ा और स्थिति हिंसक झड़प तक पहुंच गई तब यहां से यूनिफॉर्म फोर्स को हटाकर LAC पर भेज दिया गया.
यहां से एक डिविजन में जितने सैनिकों को कम किया गया था जम्मू क्षेत्र में लगातार हो रही आतंकी वारदातों को देखते हुए भारतीय सेना ने वहां 3 से 4 हजार अतिरिक्त सैनिकों की तैनाती कर दी है.सूत्रों के अनुसार इसी हफ्ते सेना ने जम्मू क्षेत्र में एक ब्रिगेड हेडक्वॉर्टर,तीन बटालियन और कुछ पैरा एसएफ की टीम को भी भेजा है.एक बटालियन में करीब 1100 सैनिक होते हैं और पैरा एसएफ टीम में करीब 40 कमांडो होते हैं.इस तरह देखें तो करीब-करीब 500 पैरा कमांडो को जम्मू भेजा गया है.इसके साथ ही सीएपीएफ (सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्स) ने भी जम्मू क्षेत्र में अतिरिक्त सैनिकों की तैनाती कर दी है।
Read more :महिलाओं को हर महीने हजार रुपये; सुनीता केजरीवाल ने लॉन्च की 5 गारंटी
मॉडर्न हथियारों से करेंगे सैनिक आतंकियों का सामना
जम्मू-कश्मीर में जमीन पर सेना के अधिकारी मॉडर्न हथियारों और संचार उपकरणों के साथ आतंकवादियों की तलाश और उन्हें नष्ट करने की रणनीति पर काम कर रहे हैं.उन्होंने कहा कि,सेना के पास पहले से ही क्षेत्र में आतंकवाद विरोधी बुनियादी ढांचा मौजूद है जिसमें रोमियो और डेल्टा बलों के साथ-साथ राष्ट्रीय राइफल्स की दो सेनाओं के साथ-साथ अन्य नियमित पैदल सेना डिवीजन भी मौजूद हैं।