Atul Pradhan: उत्तर प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान बुधवार को सपा विधायक अतुल प्रधान (Atul Pradhan) को स्पीकर सतीश महाना के आदेश पर मार्शलों ने सदन की कार्रवाई से बाहर कर दिया इसके साथ ही पूरे सत्र के दौरान सपा विधायक को स्पीकर सतीश महाना ने निष्कासित कर दिया।शीतकालीन सत्र के चौथे दिन निष्कासन के विरोध में सपा विधायक अतुल प्रधान हजरतगंज स्थित भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा स्थल पर धरने पर बैठ गए जहां उन्होंने अपने हाथों में बाबा साहेब की तस्वीर ले रखी थी।
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विधानसभा से निष्कासित सपा विधायक का विरोध प्रदर्शन
सपा विधायक अतुल प्रधान (Atul Pradhan) साइकिल से हजरतगंज स्थित बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर प्रतिमा स्थल पर पहुंचे इस दौरान उन्होंने स्पीकर पर आरोप लगाया मैं जनता से जुड़े मुद्दे सदन में उठा रहा था इसलिए मुझे बाहर निकाला गया।सपा विधायक अतुल प्रधान को स्पीकर के व्यवहार को लोकतंत्र की हत्या बताते हुए योगी सरकार पर आरोप लगाया कि,सदन के अंदर भाजपा विधायकों और वरिष्ठ मंत्रियों के द्वारा नेता प्रतिपक्ष और सपा विधायकों के लिए गलत भाषा का इस्तेमाल किया गया।उन्होंने कहा,सदन में मैं नियम 56 के तहत प्रदेश की बिगड़ती स्वास्थ्य सेवा के खिलाफ अपनी आवाज उठा रहा था।
पूरे शीतकालीन सत्र से किये गए निष्कासित
मेरठ की सरधना सीट से सपा विधायक अतुल प्रधान (Atul Pradhan) झांसी मेडिकल कॉलेज में नवजात शिशुओं की मौत का मुद्दा उठा रहे थे तभी यूपी सरकार में डिप्टी सीएम और स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक ने उन्हें बीच में टोकते हुए जवाब देने लगे तभी दोनों के बीच तीखी नोक-झोंक शुरु हो गई।अतुल प्रधान ने सदन में जब स्वास्थ्य मंत्री को लेकर कुछ विवादित टिप्पणी की तो स्पीकर ने उन्हें बीच में रोका जिसके बाद दोनों के बीच बहस शुरु हो गई जिसके बाद स्पीकर सतीश महाना (Satish Mahana) ने मार्शलों को कहकर सपा विधायक क सदन से बाहर करने का आदेश दिया और पूरे शीतकालीन सत्र से उनको निष्कासित कर दिया।
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अतुल प्रधान को खली अखिलेश यादव की कमी
सपा विधायक को सदन की कार्रवाई के दौरान सपा मुखिया अखिलेश यादव की कमी खली जिस पर उन्होंने कहा,समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) आज देश की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी है पार्टी अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) अनुभवी नेता हैं उन्होंने मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी संभाली है अलग-अलग सदनों में रहकर उनका अनुभव बढ़ा है इसके लिए साहस,नॉलेज की जरुरत होती है जो अखिलेश यादव में है।सपा विधायक ने अखिलेश यादव की सदन में वापसी को लेकर कहा,यह उनकी निर्णय होगा अगर 2027 में वह मुख्यमंत्री बने तो अच्छा रहेगा।