दक्षिण कोरिया के पूर्व राष्ट्रपति यून सुक येओल (Yoon Suk Yeol) के खिलाफ आपराधिक मुकदमा शुरू होने वाला है। रविवार (13 अप्रैल) को अदालत ने इसकी जानकारी दी। सोमवार से यून सुक पर राजद्रोह के आरोपों की सुनवाई शुरू होगी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यून को आरोपी के रूप में अदालत की कार्यवाही में शामिल होना होगा। अगर अदालत में पूर्व राष्ट्रपति यून सुक को दोषी ठहराया जाता है तो उन्हें आजीवन कारावास या मृत्युदंड का सामना करना पड़ सकता है।
ऐसे होगी अदालत की कार्यवाही
उन्हें कोर्ट में भूमिगत पार्किंग के रास्ते प्रवेश करने की अनुमति होगी और कोर्ट ने इमारत के पास संभावित रैलियों को रोकने के लिए पुख्ता सुरक्षा इंतजाम किए हैं। मीडिया को सुनवाई शुरू होने से पहले कोर्ट रूम में तस्वीरें लेने की अनुमति नहीं होगी। औपचारिक प्रक्रिया के तहत यून को शुरू में अपना नाम, जन्मतिथि, पेशा और निवास स्थान बताना होगा। इसके बाद अभियोजन पक्ष यून पर लगे आरोपों को रखेगा, जिन्हें उनकी तरफ से खारिज करने की उम्मीद है। पूर्व राष्ट्रपति जज से अपना पक्ष रखने का अवसर भी मांग सकते हैं।
यून सुक पर क्यों चलेगा मुकदमा
बता दें कि 3 दिसंबर को यून सुक ने राजनीतिक गतिविधियों को निलंबित करने और मीडिया पर सेंसरशीप लगाकर सैन्य शासन लागू करने की कोशिश की थी। मार्शल लॉ लगाने के वह निशाने पर आए थे। इसके चलते उन पर महाभियोग चलाया गया। 4 अप्रैल को संवैधानिक न्यायालय ने उन्हें राष्ट्रपति के पद से मुक्त कर दिया था।
पुलिस ने किया था गिरफ्तार
महाभियोग के बाद जनवरी में पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। उन्हें गिरफ्तारी में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी थी। कई बार समर्थकों के हंगामे की वजह से गिरफ्तारी नहीं हो पाई थी। वहीं 15 जनवरी को हाईवोल्टेज ड्रामे के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
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