लखनऊ। हजरतगंज में सोनू ने लेडीज कुर्ते से गला घोंट कर पिता की हत्या कर दी थी। आरोपी ने पूछताछ में बताया कि उसने पिता को 3100 रुपये किस्त जमा करने के लिए दिए थे। जिनको शराब खरीदने व अन्य काम में खर्च कर दिए थे। यह बात पता चलने पर 14 जून की रात पिता-पुत्र के बीच झगड़ा हुआ। इसके बाद सोनू ने इस वारदात को अंजाम दिया। हजरतगंज पुलिस ने पिता विनोद कश्यप की हत्या कर फरार हुए बेटे सोनू को गिरफ्तार करते हुए इस घटना का खुलासा कर दिया है।
डीसीपी मध्य अपर्णा रजत कौशिक के मुताबिक 14 जून की देर रात सप्रू मार्ग निवासी अधिवक्ता विक्रम नारंग ने फोन कर नौकर विनोद कश्यप की संदिग्ध हालात में मौत होने की सूचना दी। हजरतगंज पुलिस अधिवक्ता के घर पहुंची। जहां नौकर विनोद का शव पड़ा मिला। वहीं, बेटा सोनू कश्यप गायब था। घर में लगे सीसीटीवी फुटेज चेक करने पर विनोद और सोनू के रात में साथ होने की पुष्टि हुई। वहीं, शव बरामदे में पड़ा मिला। जहां सीसी कैमरे नहीं लगे हैं। ऐसे में सोनू पर पुलिस का शक गहरा गया।
एसीपी हजरतगंज अरविंद कुमार वर्मा ने बताया कि शुक्रवार को आरोपी सोनू को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में सोनू ने बताया कि मां किरन शहर से बाहर गई हुई थीं। 14 जून को बेटे ने पिता को 3100 रुपये वाशिंग मशीन की किस्त भरने के लिए दिए थे। जिन्हें पिता ने खर्च कर दिया। रात में साथ में बैठ कर शराब पीने के दौरान सोनू को किस्त जमा नहीं होने की बात पता चली।
पिता के रुपये खर्च करने से सोनू तैश में आकर झगड़ा करने लगा। कहासुनी के बाद सोनू पिता को बरामदे में लेकर गया। जहां लेडीज कुर्ते से गला घोंट कर हत्या कर दी। घटना को छिपाने के लिए आरोपी ने मां किरन को फोन कर पिता की मौत होने की सूचना दी। बेटे की बात सुन कर किरन को संदेह हुआ। उन्होंने अधिवक्ता विक्रम नारंग को पूरी बात बताई। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई।