Nepal Bus Accident:नेपाल में शुक्रवार को बड़ा हादसा हुआ है, इस दुर्घटना में 41 लोगों की मौत होने की खबर है। नेपाल पुलिस ने बताया है कि शुक्रवार को 40 लोगों से भरी एक बस तनाहुन जिले में मार्स्यांगडी नदी में गिर गई। इस बस में सवार यात्री भारत के थे। तनाहुन में जिला पुलिस कार्यालय के डीएसपी दीपकुमार राया ने बताया है कि बस पोखरा से काठमांडू की ओर जा रही थी। पुलिस के मुताबिक बस का नंबर यूपी एफटी 7623 है। वहीं अब मौके पर मौजूद लोगों ने इस घटना के बारे में बताया है कि “शुक्रवार को लगभग 41 भारतीय तीर्थयात्रियों को ले जा रही बस के तेज बहाव वाली मार्सयांगडी नदी में गिर जाने के बाद यह घटना बेहद दुखद थी. काठमांडू पोस्ट ने पर्यटन उद्यमी अर्जुन खनल के हवाले से बताया, “हम घटना के 5 से 7 मिनट के भीतर वहां पहुंच गए और हमें एक भयावह दृश्य देखने को मिला.”
शख्स ने आगे कहा कि -“बस सड़क से करीब 150 मीटर नीचे गिर गई थी और यात्री मदद के लिए चीख रहे थे. हमने देखा कि तीन घायल व्यक्ति बस की खिड़कियों से भागने की कोशिश कर रहे थे।” उन्होंने कहा, “लोग मदद के लिए चिल्ला रहे थे, लेकिन उन्हें सड़क तक लाने का प्रयास बेहद मुश्किल था”
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महाराष्ट्र से नेपाल पहुंचे थे
वहीं बताया जा रहा है किबस में सवार यात्री 104 भारतीय तीर्थयात्रियों के एक समूह का हिस्सा थे, जो दो दिन पहले हिमालयी देश की 10-दिवसीय यात्रा के लिए तीन बसों में सवार होकर महाराष्ट्र से नेपाल पहुंचे थे।अधिकारियों ने बताया कि हादसे में जान गंवाने वाले मुंबई से 470 किलोमीटर दूर जलगांव जिले के वरणगांव, दरियापुर, तलवेल और भुसावल से थे।
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गोरखपुर एयरपोर्ट से महाराष्ट्र भेजे जाएंगे शव
नेपाल बस हादसे में जिन 27 श्रद्धालुओं की मौत हुई है, उनको नेपाल से सड़क मार्ग से गोरखपुर एयरपोर्ट शनिवार शाम को भेजा जाएगा। जहां एयरक्राफ्ट से सभी शवों को महाराष्ट्र भेजा जाएगा। वहीं घायलों को उपचार के बाद सड़क मार्ग से भारत वापस लाया जाएगा।
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पशुपतिनाथ दर्शन के लिए जा रहे थे
महाराष्ट्र के जलगांव जिले के ग्राम भुसाल से104 लोगों का एक जत्था उत्तर भारत और नेपाल की तीर्थ यात्रा के लिए और पर्यटन के लिए रवाना हुआ था। गोरखपुर की ट्रैवल एजेंसी केशरवानी परिवहन की दो बस और एक मिनी ट्रेवलर को बुक कर 17 अगस्त को सभी श्रद्धालु प्रयागराज से निकले। धार्मिक स्थलों का भ्रमण कर 20 अगस्त को महाराजगंज स्थित सोनौली बॉर्डर से नेपाल में प्रवेश किए। नेपाल में श्रद्धालुओं का यात्रा भंसार (परमिट) आठ दिन के लिए थी। शुक्रवार को सुबह नौ बजे तीनों बसें नेपाल के पोखरा से काठमांडू पशुपतिनाथ दर्शन के लिए रवाना हुईं।
इसके बाद साढ़े ग्यारह बजे के आसपास पोखरा मुग्लिंग मार्ग पर भूस्खलन से बने गड्ढे में बस अनियंत्रित होकर 150 मीटर मार्स्यांगडी नदी में खाई में चली गई। साथ में 50 मीटर की अंतराल पर चल रहे दोनों बसों में यात्रियों की चीख पुकार मच गई। किसी ने नेपाल पुलिस को घटना सूचना दी। इसके बाद बस को नदी से खींचकर किनारे की गई और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। जहां 27 श्रद्धालुओं की मौत हो गई और 16 लोगों को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया।