SIS Shares 2025: एसआईएस (SIS) के शेयरों में आज बिकवाली का दबाव देखने को मिल रहा है, जबकि कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने 150 करोड़ रुपये के बायबैक प्रस्ताव को मंजूरी दी है। इस बायबैक में कंपनी 5 रुपये की फेस वैल्यू वाले 37.12 लाख शेयरों को शेयरहोल्डर्स से वापस खरीदने का प्रस्ताव रखेगी। इसके साथ ही कंपनी ने बायबैक के लिए शेयर का मूल्य भी निर्धारित कर दिया है। हालांकि, बायबैक की घोषणा के बावजूद शेयरों में गिरावट आई है।
क्लोजिंग प्राइस कितने फीसदी बढ़ा?

बायबैक की कीमत 404 रुपये प्रति शेयर रखी गई है, जो कि बीएसई पर मंगलवार को क्लोजिंग प्राइस 342 रुपये से 18.13 फीसदी अधिक है। इस बायबैक के माध्यम से एसआईएस अपनी कुल हिस्सेदारी का 2.57 फीसदी हिस्सेदारी वापस खरीदेगी। बायबैक प्रक्रिया टेंडर ऑफर रूट के जरिए होगी, जिसका मतलब है कि कंपनी पहले से तय कीमत पर शेयर खरीदेगी। हालांकि, अभी तक रिकॉर्ड डेट की घोषणा नहीं की गई है, जो शायद शेयरों में बिकवाली का मुख्य कारण हो सकता है। इस प्रस्ताव पर शेयरहोल्डर्स की मंजूरी भी जरूरी है।
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चार साल में बनी बायबैक की योजना
यह चौथी बार होगा जब एसआईएस ने चार साल में बायबैक की योजना बनाई है। इससे पहले कंपनी ने वर्ष 2021, 2022, और 2023 में टेंडर ऑफर के जरिए बायबैक किया था। उस समय कंपनी ने 550 रुपये प्रति शेयर की कीमत पर बायबैक किया था। बजट 2024 के अनुसार, शेयरबायबैक के जरिए शेयरहोल्डर्स को होने वाली कमाई पर अब शेयरहोल्डर्स को टैक्स देना होगा, न कि कंपनी को।

एक साल में कैसे रही एसआईएस के शेयरों की चाल?
एसआईएस के शेयरों में पिछले एक साल में काफी उतार-चढ़ाव देखा गया है। एक साल पहले यानी 24 अप्रैल 2024 को एसआईएस के शेयर 484 रुपये के स्तर पर थे, जो इसका रिकॉर्ड हाई लेवल था। लेकिन इसके बाद से शेयरों में गिरावट शुरू हो गई और 11 महीने के भीतर यह 40 प्रतिशत से अधिक गिरकर 19 मार्च 2025 को 289.20 रुपये के स्तर पर आ गए, जो कि इसका एक साल का सबसे निचला स्तर था। हालांकि, निचले स्तर पर आने के बाद शेयरों में संभलने की प्रक्रिया शुरू हुई और फिर से इसमें 14 प्रतिशत का सुधार देखने को मिला।
हालांकि, इस समय एसआईएस के शेयर बीएसई पर 330.75 रुपये के स्तर पर कारोबार कर रहे हैं, जो कि 3.29 प्रतिशत की गिरावट के साथ है। मंगलवार को यह शेयर 342 रुपये के क्लोजिंग प्राइस से 3.51 प्रतिशत गिरकर 330 रुपये के आसपास आ गए थे। बायबैक की घोषणा के बावजूद इस गिरावट का कारण शायद यह हो सकता है कि कंपनी ने बायबैक के लिए रिकॉर्ड डेट की घोषणा नहीं की है, जिससे निवेशक थोड़े आशंकित हैं।