Input: Isha…
दुनिया के सबसे ज्यादा ट्रेवल-फ्रेंडली पासपोर्ट की लिस्ट जारी कर दी गई है। ये लिस्ट हेनले पासपोर्ट इंडेक्स ने जारी की है। जिसके मुताबिक सिंगापुर ने ताकतवर पासपोर्ट के मामले में जापान को पिछे छोड़ दिया है। बता दें की जापान का पासपोर्ट पिछले पांच सालों से दुनिया के ताकतवर पासपोर्ट के लिस्ट में नंबर वन पर था।
वहीं अब सिंगापुर के पासपोर्ट धारकों को 192 देशों में वीजा-फ्री ट्रैवल करने की अनुमति है. जर्मनी, इटली और स्पेन का पासपोर्ट दुनिया का दूसरा सबसे ताकतवर पासपोर्ट है। इन देशों के पासपोर्ट धारकों को 190 देशों में वीजा-फ्री ट्रैवल की अनुमति है। हेनले पासपोर्ट इंडेक्स के अनुसार, सिंगापुर के पासपोर्ट धारकों को 227 देशों में से 192 देशों में वीजा-फ्री ट्रैवल करने की अनुमति है। जबकि जापान के पासपोर्ट धारकों को 189 देशों में वीजा-फ्री ट्रैवल की अनुमति है। जापान को ऑस्ट्रेलिया, फिनलैंड, फ्रांस, लक्जमबर्ग, दक्षिण कोरिया और स्वीडन के साथ तीसरे स्थान पर रखा गया है।
सुधरी की इंडिया की रैंकिंग…
वहीं भारत की रैंकिंग में कुछ सुधार आया है, और भारत ताकतवर पासपोर्ट की रैंकिंग में 80 वे स्थान पर आ गया है। इस साल भारत की रैंकिंग में पांच स्थान का सुधार आया है। हेनली पासपोर्ट इंडेक्स के नवीनतम रैंकिंग में भारत, टोगो और सेनेगल को 80वें स्थान पर रखा गया है। इंडेक्स के मुताबिक, भारत, टोगो और सेनेगल के पासपोर्ट धारकों को 57 देशों में वीजा-फ्री ट्रैवल की अनुमति है। इंडेक्स में भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान के पासपोर्ट को श्रीलंका, नेपाल और बांग्लादेश के पासपोर्ट से भी कमजोर बताया गया है। पाकिस्तान के पासपोर्ट को 03 देशों की लिस्ट में 100वें स्थान पर रखा गया है। पाकिस्तान का पासपोर्ट सिर्फ सीरिया, इराक और अफगानिस्तान के पासपोर्ट से मजबूत है। पाकिस्तान के पासपोर्ट धारकों को सिर्फ 33 देशों में वीजा-फ्री ट्रैवल की अनुमति है।
कमजोर हुआ अमेरिका का पासपोर्ट…
सुपर पॉवर अमेरिका के पासपोर्ट की ताकत में लगातार गिरावट पाई जा रही है। एक दशक पहले तक जिस अमेरिका का पासपोर्ट दुनिया का सबसे ताकतवर पासपोर्ट था। उसकी रैंकिंग में इस साल भी दो स्थान की गिरावट दर्ज की गई है। अमेरिका को इस बार 8वी रैंक पर रखा गया है।