केंद्रीय कृषि मंत्रालय की एक रिपोर्ट में चौंकाने वाले आंकड़े मिले हैं। पंजाब में सोमवार को पराली जलाने के 58 नए मामलों के साथ कुल संख्या बढ़कर 1027 पहुंच गई है।
Stubble Burning: पंजाब में पराली (फसलों के अवशेषों) को जलाने का सिलसिला लगातार जारी है। पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और राजस्थान में पिछले साल के मुकाबले केस बढ़ गए हैं। वही इस मामले में पंजाब और हरियाणा सबसे आगे हैं। जालंधर के कस्बा भोगपुर में पराली को आग लगाने का मामला सामने आया है. यहां किसान अपनी पराली में में आग लगा रहे हैं। इसके बारे में किसानों से बातचीत की गई तो उनका कहना है, कि किसान की मजबूरी है पराली को आग लगाना।
वायु प्रदूषण नहीं फैलाना चाहते किसान…
फसलों में बदलाव के लिए मान का आह्वान भी मददगार नहीं रहा है, क्योंकि किसानों के लिए वैकल्पिक फसलें अभी भी महंगी हैं। किसानों का कहना है, कि वे वायु प्रदूषण के पक्ष में नहीं हैं, बल्कि वे भी इस खतरे के शिकार हैं। हालांकि पिछले दो वर्षों में खेतों में आग लगाने की घटनाओं में कमी आई है, फिर भी पिछले साल 30,000 एकड़ से अधिक भूमि में पराली में आग लगाई गई थी। पिछले दो वर्षों में खेत में आग के सैकड़ों मामले दर्ज किए गए थे। साल 2021 में 320, साल 2022 में 630 और इस साल अब तक 845 केस दर्ज किए गए हैं।
Read more: अभिनेत्री रेखा के जन्मदिन पर जानें उनके बारे में कुछ खास बाते..
पराली जलाने के 969 मामले…
अब तक अवशेष जलाने के कुल 969 मामलों में से 559 मामले अमृतसर जिले से सामने आए हैं। अमृतसर के बाद पास के तरन तारन में 19, एसएएस नगर में 14, पटियाला में 13, कपूरथला में 8, संगरूर में 6, फिरोजपुर में 3, फतेहगढ़ साहिब, फाजिल्का में 2-2, फरीदकोट, जालंधर और लुधियाना में 1-1 जलने के मामले सामने आए। रविवार को पंजाब के 12 जिलों से फसल अवशेष जलाने की सूचना मिली थी। रविवार को जलने के 92 मामलों के मुकाबले, 2022 में केवल 19 और 2021 में 108 मामले 8 अक्टूबर को दर्ज किए गए थे।
जहां सबसे ज्यादा जली पराली…
केंद्रीय कृषि मंत्रालय की एक रिपोर्ट में चौंकाने वाले आंकड़े मिले हैं। यह रिपोर्ट पर्यावरण के मसले पर उत्तर भारत के प्रमुख धान उत्पादक राज्यों की नाकामी पर मुहर लगाती है। पंजाब के अमृतसर में इस साल सबसे अधिक 559 केस सामने आए हैं। इस मामले में दूसरे नंबर पर तरनतारण है, जहां पर 139 केस हुए हैं। हरियाणा में पराली जलाने के सबसे ज्यादा 56 केस अंबाला और 49 केस कुरुक्षेत्र में हुए हैं। उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा 41 केस अलीगढ़ में हुए हैं। राजस्थान के बारां जिले में सबसे अधिक 34 केस हुए हैं। जबकि मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा 17 मामले गुना से आए हैं।
किसान कर रहे मुआवजे की मांग…
एक तरफ जहां किसान काफी दिनों से बाढ़ के दौरान हुए नुकसान के मुआवजे की मांग कर रहे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ मंगलवार 03 अक्टूबर को अंबाला के गांव फतेहगढ़ साहिब में पराली जलाने वाले किसानों का चालान करने के लिए टीमें पहुंची. जिन्हें किसानों ने बंधक बना लिया। वहीं इस मामले में गुस्साए किसना बुधवार को उपायुक्त कार्यालय पहुंचे और उन्होंने कृषि विभाग के एडिशनल एसडीओ सुनील मान के खिलाफ अभद्र व्यवहार करने और किसानों के बारे में गलत बोलने के आरोप लगाए।