Bangladesh Government Crisis: भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल (Ajit Doval) और वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों ने बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना (Sheikh Hasina) से हिंडन एयरबेस पर मुलाकात की। भारतीय वायुसेना और अन्य सुरक्षा एजेंसियों ने उन्हें सुरक्षा मुहैया कराते हुए सुरक्षित स्थान पर ले जाने का प्रबंध किया। डोभाल और हसीना के बीच घंटों बातचीत चली, जिसमें कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई।
भारत ने दिखाई दोस्ती, हसीना को दी सुरक्षा
बांग्लादेश में सरकार विरोधी प्रदर्शनों के बाद इस्तीफा देने वाली शेख हसीना का विमान लंदन जाने के दौरान गाजियाबाद स्थित हिंडन एयरबेस पर उतरा। भारत ने ढाका के अनुरोध के बाद हसीना के विमान को भारतीय हवाई क्षेत्र से सुरक्षित गुजरने देने का फैसला किया। यह कदम भारत और बांग्लादेश के बीच की मजबूत दोस्ती और सहयोग को दर्शाता है।
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दिल्ली में बेटी से मिलेंगी शेख हसीना
शेख हसीना के दिल्ली में अपनी बेटी साइमा वाजिद से मिलने की संभावना है। साइमा वाजिद विश्व स्वास्थ्य संगठन की दक्षिण-पूर्व एशिया के लिए क्षेत्रीय निदेशक हैं। हसीना का यह दौरा व्यक्तिगत और राजनीतिक दोनों दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
बांग्लादेश में सेना ने संभाली कमान
शेख हसीना के इस्तीफे के बाद बांग्लादेश की सेना ने देश की कमान अपने हाथों में ले ली है। बांग्लादेश के सेना प्रमुख जनरल वकार-उज-जमान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि हसीना ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है और एक अंतरिम सरकार कार्यभार संभालने जा रही है। जनरल वकार ने देशवासियों से सहयोग की अपील की और कहा कि सेना कानून-व्यवस्था की जिम्मेदारी संभालेगी।
सरकार विरोधी प्रदर्शनों में 100 से अधिक की मौत
बांग्लादेश में पिछले दो दिनों में सरकार विरोधी प्रदर्शनों में 100 से अधिक लोग मारे गए हैं। यह विरोध प्रदर्शन पिछले महीने विवादास्पद नौकरी आरक्षण योजना के खिलाफ शुरू हुआ था, जो बाद में सरकार विरोधी आंदोलन में बदल गया। वर्ष 1971 के मुक्ति संग्राम में भाग लेने वालों के परिवारों के लिए सरकारी नौकरियों में 30 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान इस विवादास्पद आरक्षण व्यवस्था के तहत किया गया था।
इस पूरे घटनाक्रम से साफ है कि बांग्लादेश में राजनीतिक स्थिरता की कमी और जनता की नाराजगी ने हालात को बिगाड़ दिया है। शेख हसीना का इस्तीफा और सेना का कमान संभालना इस बात का प्रमाण है कि जनता की मांगों को अनसुना नहीं किया जा सकता। भारत ने इस संकट की घड़ी में बांग्लादेश की मदद करके अपने पुराने दोस्त को सहयोग का संदेश दिया है। यह कदम दोनों देशों के रिश्तों को और मजबूती प्रदान करेगा।
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भारत की महत्वपूर्ण भूमिका
भारत का इस संकट में शेख हसीना को सुरक्षा और समर्थन देना दर्शाता है कि दोनों देशों के बीच आपसी समझ और सहयोग का स्तर उच्चतम है। भारत की इस कार्रवाई ने दिखाया है कि वह अपने पड़ोसी देशों के साथ मिलकर काम करने और उन्हें संकट से उबारने में सक्षम है।
इस तरह की घटनाओं में भारत की सकारात्मक भूमिका न केवल क्षेत्रीय स्थिरता को बढ़ावा देती है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी उसकी प्रतिष्ठा को मजबूत करती है। बांग्लादेश में सेना का कमान संभालना एक अस्थायी समाधान हो सकता है, लेकिन यह जरूरी है कि वहां जल्द ही लोकतांत्रिक प्रक्रिया बहाल हो और जनता की आवाज सुनी जाए।