Share Market: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा टैरिफ लगाने की घोषणा के बाद शुक्रवार को भारतीय शेयर बाजार की शुरुआत गिरावट के साथ हुई। मंदी की आशंकाओं के बीच चौतरफा बिकवाली देखी गई, जिससे निवेशकों में असमंजस और घबराहट फैल गई। बीएसई सेंसेक्स 920 अंक (1.21 प्रतिशत) गिरकर 75,375 के स्तर पर आ गया, जबकि निफ्टी 50 350 अंक (1.51 प्रतिशत) गिरकर दोपहर में 22,899 पर कारोबार कर रहा था।
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ट्रंप के फैसले से ट्रेड वॉर की आशंका
दरअसल, ट्रंप के द्वारा टैरिफ लगाने की घोषणा के कारण ट्रेड वॉर की आशंका और भी बढ़ गई है, जिससे वैश्विक बाजारों में अनिश्चितता बढ़ गई है। इस प्रभाव के कारण भारतीय शेयर बाजार में भी मंदी का माहौल बन गया है। खासकर आईटी, मेटल और फार्मास्यूटिकल सेक्टर में भारी गिरावट देखी गई, जिससे सभी सेक्टोरल सूचकांक लाल निशान पर पहुंचे।
मार्केट कैप में बड़ी गिरावट, निवेशकों की चिंता बढ़ी
बीएसई में लिस्टेड कंपनियों की कुल मार्केट वैल्यू में 9.47 लाख करोड़ रुपये की गिरावट आई, जो अब 403.86 लाख करोड़ रुपये पर आ गई है। वहीं, 2,496 कंपनियों के शेयरों में गिरावट आई, जबकि 834 कंपनियों के शेयरों में बढ़त दर्ज की गई और 116 कंपनियों के शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ। बड़ी कंपनियों जैसे टाटा स्टील, हिंडाल्को, सिप्ला, ओएनजीसी और टाटा मोटर्स के शेयरों में 7 प्रतिशत तक की गिरावट आई।
मिडकैप और स्मॉलकैप में भारी गिरावट
इस गिरावट का असर व्यापक बाजारों पर और भी गहरा रहा है। निफ्टी मिडकैप 100 में 3 प्रतिशत से अधिक की गिरावट देखी गई, जबकि निफ्टी स्मॉलकैप 100 में इंट्राडे कारोबार के दौरान 3.58 प्रतिशत तक की गिरावट आई। इससे पहले के दो सत्रों में आई बढ़त का सिलसिला थम गया और निवेशक असमंजस में पड़ गए हैं।
ग्लोबल ट्रेड वॉर का खतरा
ट्रंप ने 180 से अधिक देशों पर 10 प्रतिशत का बेसलाइन टैरिफ लागू किया है, जबकि कई देशों पर अलग से रेसिप्रोकल टैरिफ भी लगाया गया है। भारत पर 26 प्रतिशत का डिस्काउंटेड टैरिफ लागू किया गया है, जबकि चीन, यूरोपीय यूनियन, दक्षिण कोरिया, वियतनाम, ताइवान और जापान पर 20 से 46 प्रतिशत तक का हाई टैरिफ लगाया गया है। विशेषज्ञों का मानना है कि ट्रंप के इस कदम से वैश्विक व्यापार युद्ध की स्थिति उत्पन्न हो सकती है, जिससे बाजार में और अधिक अनिश्चितता बढ़ सकती है।
एक्सपर्ट्स की राय
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ इंवेस्टमेंट स्ट्रैटेजिस्ट वी के विजयकुमार ने कहा कि बाजार में अनिश्चितता का दौर जारी है, और यह स्थिति निकट भविष्य में भी बरकरार रह सकती है। उन्होंने कहा कि निवेशकों को सतर्क रहना होगा और जल्दबाजी में कोई भी निर्णय नहीं लेना चाहिए, क्योंकि वैश्विक स्तर पर आने वाली किसी भी नई स्थिति से भारतीय बाजार पर और असर पड़ सकता है।
ग्लोबल इंफ्रास्ट्रक्चर में महंगाई को लेकर चिंता
मेटल शेयरों में भारी बिकवाली के दबाव के कारण हिंडाल्को, नाल्को, वेदांता और जेएसडब्ल्यू स्टील के शेयरों में 5 प्रतिशत तक की गिरावट आई। यह गिरावट ट्रंप के टैरिफ लागू करने की घोषणा के कारण आई है, जिससे यह डर पैदा हुआ कि पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा की गई टैरिफ घोषणा से दुनियाभर में इंडस्ट्रियल कमोडिटीज की मांग में कमी हो सकती है। इसके परिणामस्वरूप ग्लोबल इंफ्रास्ट्रक्चर में महंगाई को लेकर व्यापक चिंताएं उत्पन्न हो सकती हैं।
फार्मास्यूटिकल सेक्टर पर टैरिफ लगाने का संकेत
इसके अलावा, डोनाल्ड ट्रंप ने फार्मास्यूटिकल सेक्टर पर भी जल्द टैरिफ लगाने का संकेत दिया है। उन्होंने हाल ही में कहा कि फार्मा क्षेत्र पर वह ऐसी टैरिफ लगाने वाले हैं, जैसा पहले कभी नहीं देखा गया। ट्रंप ने फार्मा इंडस्ट्री को एक अलग श्रेणी में रखने की बात की, जिसके लिए घोषणा जल्दी की जा सकती है। ट्रंप के इस बयान का असर यह हुआ कि आज फार्मा इंडेक्स में 4.5 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई। इसके अलावा, ग्लोबल मार्केट्स से कमजोर संकेत और विदेशी निवेशकों द्वारा की गई बिकवाली भी इस गिरावट के प्रमुख कारण हैं।