S Jaishankar Pakistan Visit: विदेश मंत्री एस जयशंकर (External Affairs Minister S Jaishankar) ने मंगलवार को शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन (SCO) शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए आतंकवाद, अलगाववाद और कट्टरवाद से निपटने की बात पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि इन खतरों से निपटना सभी सदस्य देशों की प्राथमिकता होनी चाहिए। जयशंकर ने बिना नाम लिए पाकिस्तान (Pakistan) को आतंकवाद पर आड़े हाथों लेते हुए कड़ी टिप्पणी की और कहा कि बेहतर संबंधों के लिए आपसी विश्वास अनिवार्य है। अगर भरोसा नहीं है तो रिश्ते आगे नहीं बढ़ सकते। यह बयान उन्होंने ऐसे वक्त दिया जब वह पाकिस्तान में SCO शिखर सम्मेलन के लिए मौजूद थे।
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पाकिस्तान और चीन पर साधा निशाना
विदेश मंत्री ने अपने संबोधन में पाकिस्तान का नाम लिए बिना उस पर आतंकवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि आतंकवाद, अलगाववाद और कट्टरवाद के खिलाफ सामूहिक लड़ाई के बिना सदस्य देशों के बीच भरोसा और स्थिरता संभव नहीं है। इसके साथ ही जयशंकर ने चीन की ओर इशारा करते हुए कहा कि एससीओ के सदस्य देशों के बीच सहयोग परस्पर सम्मान और संप्रभुता के सिद्धांत पर आधारित होना चाहिए। उन्होंने क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता की महत्ता को रेखांकित करते हुए कहा कि सभी सदस्य देशों को इसे मान्यता देनी होगी।
SCO चार्टर के प्रति प्रतिबद्धता की जरूरत
जयशंकर ने अपने संबोधन में कहा कि एससीओ का प्राथमिक उद्देश्य आतंकवाद, अलगाववाद और कट्टरवाद से निपटना है। इन खतरों से लड़ने के लिए सदस्य देशों को ईमानदार बातचीत, आपसी विश्वास और अच्छे पड़ोसी के सिद्धांत पर टिके रहना होगा। साथ ही, उन्होंने कहा कि सभी देशों को SCO चार्टर के प्रति पूरी प्रतिबद्धता दिखानी चाहिए ताकि संगठन अपने लक्ष्यों को हासिल कर सके।
व्यापारिक मार्गों पर जताई चिंता
विदेश मंत्री ने वैश्विक व्यापारिक मार्गों और चुनिंदा देशों की प्रथाओं पर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि यदि हम सिर्फ कुछ देशों के व्यापारिक हितों को आगे बढ़ाने पर ध्यान देंगे तो SCO की प्रगति बाधित हो जाएगी। उन्होंने पारस्परिक व्यापार और सहयोग पर जोर देते हुए कहा कि यह सभी देशों की समृद्धि और स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण है।
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पाकिस्तान में जयशंकर का किया स्वागत
जयशंकर बुधवार सुबह पाकिस्तान के इस्लामाबाद (Islamabad) स्थित जिन्ना कन्वेंशन सेंटर पहुंचे, जहां पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ (Shehbaz Sharif) और डिप्टी प्रधानमंत्री इशाक डार ने उनका स्वागत किया। इस बैठक में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने अफगानिस्तान के मुद्दे पर चर्चा की और कहा कि एक स्थिर अफगानिस्तान सभी के लिए आवश्यक है। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि अफगानिस्तान की धरती का इस्तेमाल किसी भी आतंकवादी गतिविधि के लिए नहीं होना चाहिए।
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SCO बैठक का एजेंडा
SCO शिखर सम्मेलन की बैठक 11 बजे शुरू हुई, जिसमें व्यापार और आर्थिक मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई। बैठक के दौरान SCO के सदस्य देशों के बीच आर्थिक सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया गया। बैठक के बाद दोपहर ढाई बजे लंच का आयोजन किया गया। इसके बाद, शाम 4 बजे जयशंकर इस्लामाबाद से भारत के लिए रवाना हो गए। जयशंकर के इस संबोधन से भारत और पाकिस्तान के बीच संबंधों में कुछ नया आयाम जुड़ने की उम्मीद है। हालांकि, आतंकवाद पर जयशंकर की कड़ी टिप्पणियों ने यह स्पष्ट कर दिया कि बेहतर रिश्तों के लिए पहले आतंकवाद पर लगाम लगानी होगी।
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