SC on Delhi Coaching Centre Tragedy: दिल्ली में राजेंद्र नगर के राव कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में हुई तीन IAS आभ्यर्थियों की मौत के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार और दिल्ली सरकार को नोटिस जारी किया है। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में दिल्ली नगर निगम (MCD) को भी नोटिस देने का निर्देश दिया है।यहां तक कि सुनवाई के दौरान कोर्ट ने यह भी दावा किया है कि कोचिंग सेंटर में डेथ चेंबर बन गया है।सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले की जांच के लिए सरकारों को दो सप्ताह में रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है।
अदालत ने फेडरेशन की याचिका पर सख्त नाराजगी जताते हुए उस पर एक लाख रुपये का हर्जाना भी जताया, सुप्रीम कोर्ट ने सख्त टिप्पणी करते हुए कहा, “कोचिंग सेंटर्स डेथ चेंबर बन गए हैं। अगर सुरक्षा मानकों को पूरा नहीं किया जा सकता है तो उन्हें ऑनलाइन ही चलाना बेहतर होगा।” देश की शीर्ष अदालत ने कहा कि दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में हुई घटना आंखें खोलने वाली है। ओल्ड राजेंद्र नगर में एक कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने से वहां पढ़ने गए तीन छात्रों की डूबकर मौत हो गई।
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सरकार बताए, अब कौन से सुरक्षा मानदंड बनाए गए: सुप्रीम कोर्ट
जस्टिस सूर्यकांत की अध्यक्षता वाली पीठ ने कहा, “हमें नहीं मालूम है कि अभी तक दिल्ली सरकार या केंद्र सरकार ने क्या प्रभावी उपाय किए हैं. अपने करियर में आगे बढ़ने के लिए कोचिंग सेंटरों में पढ़ने वाले कुछ छात्रों की जान जाने की दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई। ये घटना सभी के लिए आंखें खोलने वाली है.
“उन्होंने आगे कहा, “इसलिए हम इस मामले का स्वत: संज्ञान लेते हैं, ताकि केंद्र सरकार और दिल्ली सरकार को नोटिस जारी किया जा सके । इसमें वह ये बताएं कि अब तक कौन से सुरक्षा मानदंड निर्धारित किए गए हैं और अगर ऐसे किए गए हैं तो उनका पालन करवाने के लिए किस तरह का प्रभावी तंत्र पेश किया गया है।”
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क्या है मामला?
दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में राव आईएएस स्टडी सर्किल के ‘बेसमेंट’ में पानी भरने से सिविल सेवा के तीन अभ्यर्थियों की मौत हो गई थी। इस दुखद घटना को रविवार को एक सप्ताह पूरा हो गया। इस मामले में जमकर सियासत देखने को मिली. वही छात्र इंसाफ की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। छात्रों का कहना है कि उनकी जिंदगियों को ताक पर रखकर कोचिंग सेंटर चल रहे हैं, अगर वक्त रहते कार्रवाई हुई होती तो राजेंद्र नगर में ये दुखद हादसा ना होता।