Sawan 2024:इस साल 22 जुलाई 2024 सोमवार से सावन की शुरुआत हो चुकी है। इस दिन प्रीति योग का निर्माण हो रहा है। कहा जाता है कि इस योग में पूजा करने पर सभी शुभ योगों की प्राप्ति होती है।
इस दौरान व्रत रखने से जीवन में खुशहाली बनी रहती है। व्रत की पूजा में हमेशा महादेव के 108 नामों का जाप करना चाहिए, इससे भोलेनाथ प्रसन्न होते हैं। साथ ही मन से सभी प्रकार का डर दूर होता है। ऐसे में आइए शिव जी के 108 नाम के बारे में जान लेते हैं।
महादेव की आराधना के लिए उत्तम माना गया है यह माह
सावन मास में सोमवार का महत्व अत्यधिक माना जाता है, क्योंकि यह शिव जी के प्रिय दिन माना जाता है। सावन के इस पवित्र महीने में हर सोमवार को भगवान शिव की विशेष पूजा और अर्चना की जाती है। लोग इस दिन शिवलिंग का जलाभिषेक करते हैं, बेलपत्र और धातू का अर्चना करते हैं, जिससे उन्हें भगवान शिव की अनुकम्पा मिलती है।सावन का यह माह हिंदू धर्म में बहुत ही महत्वपूर्ण है,
जिसमें शिव भक्त अपनी भक्ति को महसूस करते हैं और उनकी आराधना में ध्यान लगाते हैं। इस दिन को विशेष रूप से समर्पित कर उनकी कृपा प्राप्त करने का संकल्प लिया जाता है।इसी अवसर पर, लोग शिवजी के ध्यान में मन्दिरों में जाकर पूजा अर्चना करते हैं और उन्हें अपने जीवन में सुख और शांति प्राप्त करने का प्रार्थना करते हैं।
भगवान शिव के 108 नाम
- ॐ महाकाल नमः2. ॐ भीमेश्वर नमः3. ॐ विषधारी नमः4. ॐ बम भोले नमः5. ॐ विश्वनाथ नमः6. ॐ अनादिदेव नमः7. ॐ उमापति नमः8. ॐ गोरापति नमः9. ॐ गणपिता नमः10. ॐ ओंकार स्वामी नमः11. ॐ ओंकारेश्वर नमः12. ॐ शंकर त्रिशूलधारी नमः13. ॐ भोले बाबा नमः14. ॐ शिवजी नमः15. ॐ रुद्रनाथ नमः16. ॐ भीमशंकर नमः17. ॐ नटराज नमः18. ॐ प्रलेयन्कार नमः19. ॐ चंद्रमोली नमः20. ॐ डमरूधारी नमः21. ॐ चंद्रधारी नमः22. ॐ दक्षेश्वर नमः23. ॐ घ्रेनश्वर नमः24. ॐ मणिमहेश नमः25. ॐ अनादी नमः26. ॐ अमर नमः27. ॐ आशुतोष महाराज नमः28. ॐ विलवकेश्वर नमः29. ॐ भोलेनाथ नमः30. ॐ कैलाश पति नमः31. ॐ भूतनाथ नमः32. ॐ नंदराज नमः33. ॐ नन्दी की सवारी नमः34. ॐ ज्योतिलिंग नमः35. ॐ मलिकार्जुन नमः36. ॐ शम्भु नमः37. ॐ नीलकंठ नमः38. ॐ महाकालेश्वर नमः39. ॐ त्रिपुरारी नमः40. ॐ त्रिलोकनाथ नमः41. ॐ त्रिनेत्रधारी नमः42. ॐ
- बर्फानी बाबा नमः43. ॐ लंकेश्वर नमः44. ॐ अमरनाथ नमः45. ॐ केदारनाथ नमः46. ॐ मंगलेश्वर नमः47. ॐ अर्धनारीश्वर नमः48. ॐ नागार्जुन नमः49. ॐ जटाधारी नमः50. ॐ नीलेश्वर नमः51. ॐ जगतपिता नमः52. ॐ मृत्युन्जन नमः53. ॐ नागधारी नमः54. ॐ रामेश्वर नमः55. ॐ गलसर्पमाला नमः56. ॐ दीनानाथ नमः57. ॐ सोमनाथ नमः58. ॐ जोगी नमः59. ॐ भंडारी बाबा नमः60. ॐ बमलेहरी नमः61. ॐ गोरीशंकर नमः62. ॐ शिवाकांत नमः63. ॐ महेश्वराए नमः64. ॐ महेश नमः65. ॐ संकटहारी नम 66. ॐ महेश्वर नमः67. ॐ रुंडमालाधारी नमः68. ॐ जगपालनकर्ता नमः69. ॐ पशुपति नमः70. ॐ संगमेश्वर नमः71. ॐ अचलेश्वर नमः72. ॐ ओलोकानाथ नमः73. ॐ आदिनाथ न74. ॐ देवदेवेश्वर नमः75. ॐ प्राणनाथ नमः76. ॐ शिवम् नमः77. ॐ महादानी नमः78. ॐ शिवदानी नमः79. ॐ अभयंकर नमः80. ॐ पातालेश्वर नमः81. ॐ धूधेश्वर नमः82. ॐ सर्पधारी नमः83. ॐ त्रिलोकिनरेश नमः84. ॐ हठ योगी नमः85. ॐ विश्लेश्वर नमः86. ॐ नागाधिराज नमः87. ॐ सर्वेश्वर नमः88. ॐ उमाकांत नमः89. ॐ बाबा चंद्रेश्वर नमः90. ॐ त्रिकालदर्शी नमः91. ॐ त्रिलोकी स्वामी नमः92. ॐ महादेव नमः93. ॐ गढ़शंकर नमः94. ॐ मुक्तेश्वर नमः95. ॐ नटेषर नमः96. ॐ गिरजापति नमः97. ॐ भद्रेश्वर नमः98. ॐ त्रिपुनाशक नमः99. ॐ निर्जेश्वर नमः100. ॐ किरातेश्वर नमः101. ॐ जागेश्वर नमः102. ॐ अबधूतपति नमः103. ॐ भीलपति नमः104. ॐ जितनाथ नमः105. ॐ वृषेश्वर नमः106. ॐ भूतेश्वर नमः107. ॐ बैजूनाथ नमः108. ॐ नागेश्वर नमः