Railway Board New Chairman: सतीश कुमार को हाल ही में रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया है, और यह देश में किसी दलित को इस जिम्मेदारी मिलने का पहला अवसर है। सतीश कुमार की नियुक्ति भारतीय रेलवे के उच्च पदों पर दलित समुदाय के प्रतिनिधित्व को दर्शाती है।
वे भारतीय रेलवे में एक वरिष्ठ अधिकारी हैं और उनकी नियुक्ति इस दृष्टिकोण को दर्शाती है कि प्रशासनिक पदों पर विविधता को बढ़ावा दिया जा रहा है।इस नियुक्ति से पहले सतीश कुमार ने भारतीय रेलवे में विभिन्न महत्वपूर्ण भूमिकाओं में काम किया है और उनके अनुभव और योग्यता के कारण उन्हें इस उच्च पद पर नियुक्त किया गया है।
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कौन हैं सतीश कुमार?
भारतीय रेलवे मैकेनिकल इंजीनियर्स सेवा के 1986 बैच के अधिकारी सतीश कुमार मार्च 1988 में भारतीय रेलवे की सेवा में औपचारिक रूप से शामिल हुए। उनके पास 34 वर्षों का अनुभव है। इससे पहले वे उत्तर मध्य रेलवे, प्रयागराज में महाप्रबंधक के रूप में काम कर चुके हैं। उन्होंने अप्रैल, 2017 से अप्रैल, 2019 तक उत्तर रेलवे के लखनऊ मंडल के मंडल रेल प्रबंधक के रूप में भी काम किया था।
यूपी में आठ स्टेशनों के नाम बदले गए
वहीं, सरकार ने उत्तर रेलवे के लखनऊ मंडल के आठ स्टेशनों के नाम बदलने को भी तत्काल प्रभाव से मंजूरी दे दी। कासिमपुर हॉल्ट (KCJ) को अब जायस सिटी (JAIC) कहा जाएगा, जयस (JAIS) का नाम बदलकर गुरु गोखनाथ धाम (GUGD) कर दिया गया है, मिश्रौली (MFL) को अब माँ कालीखान धाम (MKDM) कहा जाएगा,
बानी (BANI) को अब स्वामी परमहंस (SWPS) कहा जाएगा, निहालगढ़ (एनएचएच) को महाराजा बिजली पासी (एमबीएलपी) में बदल दिया गया है, अकबर गंज (AKJ) को अब माँ अहोरवा भवानी धाम (MABM) कहा जाएगा, वारिसगंज हॉल्ट (WGJ) का नाम बदलकर अमर शहीद भाले सुल्तान (ASBS) कर दिया गया, और फुर्सतगंज (FTG) को अब तपेश्वरनाथ धाम (THWM) कहा जाएगा।