Sambhal Violence Update: उत्तर प्रदेश के संभल (Sambhal) में जामा मस्जिद (Jama Masjid) के सर्वे के दौरान हुई हिंसा के आरोपियों के खिलाफ पुलिस प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। हिंसा में शामिल 250 आरोपितों के पोस्टर जारी किए गए हैं, जिन्हें शहरभर और सार्वजनिक स्थानों पर चस्पा किया जाएगा। साथ ही इन पोस्टरों को सोशल मीडिया पर भी प्रसारित किया जाएगा। इन आरोपियों की पहचान कर उनकी सूचना देने वालों को पुलिस द्वारा गोपनीय रखते हुए इनाम दिया जाएगा।
हिंसा के आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी
संभल के पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया कि जामा मस्जिद में सर्वे के दौरान हुई हिंसा में शामिल दोषियों पर बलवा और अन्य धाराओं के तहत कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही, राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत भी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया है कि हिंसा के दौरान पत्थरबाजी, आगजनी और फायरिंग करने वाले आरोपितों की पहचान कर उन्हें सजा दिलवाने के लिए त्वरित कदम उठाए जा रहे हैं। इन अपराधियों को पकड़ने के लिए पुलिस ने विशेष टीमों का गठन किया है और इन टीमों को आसपास के क्षेत्रों, एनसीआर और उत्तराखंड में भेजा गया है।
ड्रोन और सीसीटीवी फुटेज से हुई पहचान
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि हिंसा में शामिल अधिकतर लोग ड्रोन कैमरों और दुकानों के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गए थे। इन फुटेज के माध्यम से आरोपियों की पहचान की गई है और उनके पोस्टर तैयार कराए गए हैं। इन पोस्टरों को शहर के विभिन्न स्थानों पर चस्पा किया जाएगा ताकि अधिक से अधिक लोग इन आरोपियों को पहचान सकें। पुलिस ने यह भी बताया कि कुछ महिलाएं भी पत्थरबाजी के दौरान कैमरे में कैद हुईं थीं।
सख्त कार्रवाई की जाएगी
संभल पुलिस ने एक दर्जन से अधिक टीमों का गठन किया है जो फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए काम करेंगी। इन टीमों को न केवल संभल, बल्कि आसपास के क्षेत्रों और उत्तर प्रदेश के अन्य राज्यों जैसे एनसीआर और उत्तराखंड में भी भेजा गया है। पुलिस प्रशासन का कहना है कि गिरफ्तारी में कोई भी लापरवाही नहीं बरती जाएगी और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
सजा दिलवाने के लिए इनाम की घोषणा
जिन्हें इन आरोपियों के बारे में जानकारी मिलती है, वे पुलिस से संपर्क कर सकते हैं और उनकी सूचना पर गोपनीय रूप से कार्रवाई की जाएगी। पुलिस द्वारा दी जाने वाली इनाम राशि की घोषणा भी की गई है। पुलिस प्रशासन की कोशिश है कि जितनी जल्दी हो सके इन आरोपियों को गिरफ्तार किया जाए और इस हिंसा के मामले को सुलझाया जाए।