Russia-USA Relations: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) की जीत पर बधाई दी है। ब्लैक सी रिसॉर्ट सोची में एक अंतरराष्ट्रीय मंच पर भाषण के दौरान पुतिन ने ट्रंप को अमेरिकी राष्ट्रपति चुने जाने पर सराहते हुए उन्हें “बहादुर व्यक्ति” कहा। उन्होंने ट्रंप की बहादुरी और दृढ़ता की तारीफ करते हुए, उनके व्यवहार को साहसिक बताया। पुतिन ने विशेष तौर पर ट्रंप पर जुलाई में हुए जानलेवा हमले का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने कठिन समय में भी साहस का परिचय दिया।
पुतिन की यह बधाई ऐसे समय में आई है जब अमेरिका और रूस के संबंधों में तनाव बना हुआ है। रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच अमेरिका ने यूक्रेन का समर्थन किया है, जो रूस और अमेरिका के बीच संबंधों को और तनावपूर्ण बना रहा है। हालांकि पुतिन द्वारा ट्रंप को बधाई दिए जाने के बाद दोनों देशों के रिश्तों में सुधार की संभावनाएं जताई जाने लगी हैं।
अमेरिका-रूस रिश्तों में नया अध्याय शुरू होने की संभावना
रूस और अमेरिका के बीच कई दशकों से मनमुटाव और टकराव चलता आ रहा है। हालांकि पुतिन की इस बधाई को अब रिश्तों में मिठास के संकेत के रूप में देखा जा रहा है। गुरुवार को बधाई देते हुए पुतिन ने संकेत दिया कि वह ट्रंप से संवाद करने के इच्छुक हैं। पुतिन ने कहा कि ट्रंप ने रूस-अमेरिका संबंधों को बहाल करने और यूक्रेन संकट को समाप्त करने की इच्छा जताई थी, जो इस वक्त बेहद जरूरी है। इस टिप्पणी के बाद दोनों देशों के बीच सकारात्मक कूटनीति की संभावनाएं बढ़ गई हैं।
रूस-यूक्रेन युद्ध से ही अमेरिका-रूस संबंधों में खिंचाव
अमेरिका और रूस के बीच हालिया खटास का प्रमुख कारण रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia–Ukraine War) है। फरवरी 2022 में रूस द्वारा यूक्रेन पर हमला करने के बाद से ही अमेरिका ने यूक्रेन को न केवल राजनीतिक बल्कि सैन्य समर्थन भी दिया। अमेरिका ने रूस पर कई आर्थिक प्रतिबंध लगाए, जिससे रूस और अमेरिका के बीच तनाव गहरा हो गया। अमेरिकी सरकार ने यूक्रेन को सैन्य सहायता देने के साथ ही रूसी अर्थव्यवस्था पर नकेल कसने के लिए कई कड़े कदम उठाए। इससे रूस और अमेरिका के संबंध और भी बिगड़ गए।
रूस के मुताबिक, अमेरिका का हस्तक्षेप उसकी संप्रभुता के लिए खतरा है, वहीं अमेरिका का मानना है कि रूस का यूक्रेन पर हमला अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन है। ऐसे में दोनों देशों के बीच संबंधों का सामान्य होना मुश्किल रहा है। लेकिन अब ट्रंप की सत्ता में वापसी और पुतिन की ओर से दिए गए सकारात्मक संकेत दोनों देशों के रिश्तों में एक नई दिशा दे सकते हैं।
पुतिन-ट्रंप समीकरण से है उम्मीदें
पुतिन और ट्रंप की व्यक्तिगत समझदारी और कूटनीतिक रवैया अब अमेरिकी-रूसी संबंधों में एक नए युग की शुरुआत का संकेत दे सकते हैं। इससे पहले भी ट्रंप ने अपने कार्यकाल के दौरान पुतिन के प्रति एक नरम दृष्टिकोण अपनाया था। उन्होंने अमेरिका-रूस संबंधों में सुधार के लिए कई प्रयास किए थे। अगर ट्रंप और पुतिन के बीच संवाद और सहयोग बढ़ता है, तो यह यूक्रेन संकट को हल करने की दिशा में एक अहम कदम हो सकता है।
विश्लेषकों का मानना है कि पुतिन की ट्रंप को बधाई के बाद यह साफ संकेत मिलता है कि पुतिन ट्रंप के साथ मिलकर अपने कूटनीतिक लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए तैयार हैं। हालांकि, अमेरिका और रूस के बीच पहले से चले आ रहे मनमुटाव और आपसी अविश्वास को खत्म करना आसान नहीं होगा, लेकिन दोनों देशों के बीच संवाद और सहयोग की संभावना से रिश्तों में नयापन जरूर आ सकता है।
क्या बदलेगा अमेरिका-रूस संबंधों का भविष्य?
रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच पुतिन द्वारा ट्रंप की तारीफ से अमेरिका-रूस संबंधों पर बड़ा असर हो सकता है। अगर ट्रंप की नई सरकार पुतिन के साथ मिलकर कूटनीतिक संबंधों को बहाल करने का प्रयास करती है, तो वैश्विक राजनीति में एक बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है। यूक्रेन संकट को हल करना, प्रतिबंधों में राहत देना, और दोनों देशों के बीच सैन्य संबंधों में सुधार करने जैसे मुद्दे अब पुतिन और ट्रंप के सामने चुनौतियों के रूप में खड़े हैं। इन सब के बीच, यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या पुतिन और ट्रंप के बीच की व्यक्तिगत समझ अमेरिका-रूस के तनावपूर्ण रिश्तों को एक नई दिशा दे सकती है, या फिर यह संबंध पुराने अविश्वास की गहरी खाई में फंसकर रह जाएंगे।