लखनऊ संवाददाता:MOHD KALEEM
लखनऊ: बलरामपुर अस्पताल में अभद्रता, हाथ पकड़कर घसीटने का आरोप लगाकर इसकी शिकायत करने वाली आउटसोर्स महिला कर्मचारी को ही हटा दिया गया है। यही नहीं आरोपी लैब टेक्नीशियन जांच शुरू होने के बाद से ही छुट्टी पर चला गया है, जबकि दूसरा आरोपी अभी उसी जगह पर काम कर रहा है। पीड़िता ने अस्पताल के अफसरों से राहत न मिलने पर मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत की थी, जिसके बाद मामले की जांच शुरू हुई थी। जानकारी होने पर अस्पताल के निदेशक ने इस मामले में जांच की बात कही थी। पर, तीन दिन नहीं बीते हैं कि पीड़िता को बलरामपुर अस्पताल से हटाने की बात सामने आ गई है।
नौकरी से हटाने की दी थी धमकी
बलरामपुर अस्पताल की पैथालॉजी विभाग के आरडीसी यूनिट में पीओसीटी कंपनी की ओर से महिला कर्मचारी काफी समय से ड्यूटी कर रही थी। पीड़िता ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत करते हुए लिखा था कि 24 जुलाई को आरडीसी में तैनात स्थायी लैब टेक्नीशियन व दूसरे कर्मचारी ने उसके साथ अभद्रता की। नौकरी से हटाने की धमकी दी। यहां तक की सभी के सामने हाथ पकड़कर घसीटा। इस घटना से वह बहुत सहम गई थी। उसके बाद ही बलरामपुर अस्पताल के अफसरों द्वारा कार्रवाई न किए जाने से क्षुब्ध होकर मुख्यमंत्री को शिकायत की।
डॉ. एके सिंह ने दिया था बयान
इस मामले में चार दिन पहले अस्पताल के निदेशक डॉ. एके सिंह ने बयान दिया था कि आरोपियों के खिलाफ कमेटी बनाकर जांच शुरू की गई है। अब बिना जांच पूरी हुए ही निजी कंपनी के जरिए दबाव बनाकर पीड़ित महिला कर्मचारी को ही बलरामपुर अस्पताल से नौकरी से हटा दिया गया है। बलरामपुर अस्पताल में पीओसीटी का काम देख रहे कौशिक ने बताया कि महिला कर्मचारी को दूसरे अस्पताल में तैनाती दी जा रही है। फिलहाल अभी वह छुट्टी पर है।
Read more:अपनी ड्रेस के साथ इस Hair Style को करें Carry
जांच अभी चल रही है
बलरामपुर अस्पताल निदेशक डॉ. एके सिंह ने बताया कि महिला कर्मचारी निजी कंपनी पीओसीटी के जरिए कार्यरत थीं। कंपनी ने उसे बलरामपुर से हटाकर दूसरे अस्पताल में तैनात करने की जानकारी दी है। जांच अभी चल रही है। लैब टेक्नीशियन छुट्टी पर गया है। दूसरे आरोपी आउटसोर्स कर्मचारी को वहां से हटाकर उसी बिल्डिंग में दूसरी जगह ही तैनात कर दिया है।