अयोध्या रामलला जन्मभूमि में समतलीकरण के दौरान कुछ अभूतपूर्व अवशेष मिले हैं। वही श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महामंत्री चंपत राय ने कहा कि मलबा हटाने के दौरान कई मूर्तियां और एक बड़ा शिवलिंग मिला है।
Ram Janmabhoomi: उत्तर प्रदेश में रामजन्म भूमि अयोध्या में राम मंदिर जन्मभूमि में समतलीकरण के दौरान मंदिर के अवशेष मिले थे, जिसमें आमलक, कलश, पाषाण के खंभे, प्राचीन कुआं चौखट, अनेक मूर्तियां और स्तंभ शामिल हैं। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने इससे संबंधित एक तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर कर इसकी जानकारी दी है। पुराने अवशेषों में देवी देवताओं की खंडित मूर्तियां पुष्प कलश अम्लक दोरजाम्ब आदि कलाकृतियां मेहराब के पत्थर, 7 ब्लैक टच स्टोन के स्तंभ व 6 रेड सैंड स्टोन के स्तंभ और 5 फुट आकार के नक्काशीयुक्त शिवलिंग की आकृति मिली है। बता दें कि 11 मई से श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने समतलीकरण का कार्य शुरू कराया है। जिस दौरान खुदाई के वक्त मंदिर के प्राचीन अवशेष मिले हैं।
अवशेष में मूर्तियां और स्तंभ शामिल…
तस्वीर को शेयर कर श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने लिखा ‘श्री रामजन्मभूमि पर खुदाई में मिले प्राचीन मंदिर के अवशेष। इसमें अनेकों मूर्तियां और स्तंभ शामिल हैं.’ फिलहाल चंपत राय ने इससे ज्यादा कोई और जानकारी शेयर नहीं की है। वहीं यह भी नहीं बताया गया है, कि राम मंदिर निर्माण के दौरान किस जगह पर हुई खुदाई में प्राचीन मंदिर के अवशेष मिले हैं।
राम मंदिर में 22 जनवरी को विराजेंगे रामलला…
अयोध्या में 22 जनवरी 2024 को राम मंदिर में रामलला विराजेंगे। 15 जनवरी से मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह शुरू होगा। पीएम मोदी को इस कार्यक्रम के लिए न्योता दिया जा चुका है। समारोह के अंतिम दिन यानी 22 जनवरी को पीएम मोदी की मौजूदगी में राम मंदिर में रामलला को विराजमान किया जाएगा।
क्या-क्या मिला…
रामजन्मभूमि में चल रहे समतलीकरण कार्य को लेकर ट्रस्ट ने कार्यों का विवरण दिया जिसमें ट्रस्ट ने बताया कि कोरोनावायरस लॉक डाउन को लेकर जारी निर्देशों के अनुसार रामजन्मभूमि परिसर में सोशल डिस्टेंसिंग के साथ मंदिर निर्माण के संबंधित कार्य किए जा रहे हैं। जिसमें तीन जेसीबी मशीन एक क्रेन दो ट्रैक्टर व 10 मजदूर लगाए गए हैं, साथ ही चल रहे समतलीकरण कार्य के दौरान कुछ पुराने अवशेष प्राप्त हुए हैं, जिसमें देवी देवताओं की खंडित मूर्तियां पुष्प कलश अम्लक दोरजाम्ब आदि कलाकृतियां मेहराब के पत्थर, 7 ब्लैक टच स्टोन के स्तंभ व 6 रेड सैंड स्टोन के स्तंभ और 5 फुट आकार के नक्काशीयुक्त शिवलिंग की आकृति प्राप्त हुआ है।
अयोध्या के संत चाहते हैं कि मंदिर खुलें…
इससे पहले अयोध्या में पुजारियों ने मांग की थी कि मंदिरों को तीर्थयात्रियों के लिए खुला रखा जाए। उन्होंने वैदिक ब्राह्मणों के लिए एक आर्थिक पैकेज की भी मांग की है, जो लॉकडाउन में भक्तों की अनुपस्थिति के चलते ‘दक्षिणा’ (प्रसाद) की कमी के कारण गहरे संकट में हैं। अयोध्या संत समिति के अध्यक्ष महंत कन्हैया दास ने कहा, “अगर बाजार और शराब की दुकानों को संचालित करने की अनुमति दी जा सकती है, तो मंदिर अभी भी बंद क्यों हैं? हम मांग करते हैं कि सोशल डिस्टेंसिंग (Social Distancing) के मानदंडों के अनुसार मंदिरों को भी इस पवित्र शहर में खोलने की अनुमति दी जाए।
म्यूजियम में रखे जाएंगे प्राचीन मंदिर के अवशेष…
फिलहाल अनुमान लगाया जा रहा है कि राम लला के मंदिर निर्माण के लिए नींव की खुदाई के दौरान यहां मूर्तियां और प्राचीन मंदिर के अवशेष मिले हैं। बता दें कि इससे पहले भी राम मंदिर के लिए हुई खुदाई में इस तरह की मूर्तियां और मदिर के अवशेष मिले थे. ऐसे में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से बताया गया था कि राम मंदिर परिसर के अंदर एक म्यूजियम का निर्माण कराया जाएगा। जिसमें खुदाई के दौरान मिली मूर्तियों और मंदिरों के अवशेषों को श्रद्धालुओं को दर्शन के लिए रखा जाएगा।
लॉकडाउन 4 में तेज हुआ काम…
अयोध्या-लॉक डाउन के चौथे चरण प्रारंभ होने के साथ अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण का कार्य भी तेज कर दिया गया है। जिसके लिए परिसर में मजदूरों के साथ कई प्रकार की मशीनें भी लगाई गई हैं। इस संबंध में जानकारी श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने दी है।