लखनऊः संवाददाता- मोहम्मद कलीम
लखनऊ। यूपी में हुई 2021 जेल वार्डर भर्ती परीक्षा में एक अभ्यर्थी ने सॉल्वर बिठाकर परीक्षा पास करने के साथ ही ज्वाइनिंग तक कर ली। इसका खुलासा तब हुआ जब ज्वाइनिंग के दौरान बायोमेट्रिक डाटा मिलान नहीं हो सका। जिसके आधार पर विभागीय जांच कराई गई। करीब तीन माह में जांच होने के बाद इसका खुलासा होने पर भर्ती बोर्ड के एएसपी ने अभ्यर्थी व एक अन्य अज्ञात पर एफआईआर दर्ज कराई है। भर्ती बोर्ड के एएसपी ने इस मामले की जांच कर अभ्यर्थी व एक अन्य अज्ञात पर एफआईआर दर्ज कराई है।
बायोमेट्रिक मिलान न होने से खुला राजः
मामला एक जुलाई 2021 को फिरोजाबाद जरैला अकबरपुर कुतुबपुर निवासी साहिब सिंह जेल वार्डर के पदों पर भर्ती परीक्षा पास की थी। 27 मार्च 2023 को उसने ज्वाइनिंग की। जहां पर उसका बायामैट्रिक डाटा परीक्षा के दौरान लिए गए बायामैट्रिक डाटा से मिलान कराया गया। मिलान न होने पर इसकी विभागीय जांच कराई गई।
हुसैनगंज पुलिस ने दर्ज की एफआईआरः
भर्ती बोर्ड के एएसपी आलोक कुमार जायसवाल की तहरीर के मुताबिक शक होने पर दोनों बायोमैट्रिक डाटा की फोरेंसिक जांच कराई। जिसमें साफ हुआ कि परीक्षा देने वाले और ज्वाइन करने वाले दोनों के डाटा अलग-अलग हैं। दोनो जेल वार्डर पद पर 27 मार्च 2023 को ज्वाइनिंग की थी।
कूटरचित तरीके से दस्तावेज तैयार करना
जिसके आधार पर हुसैनगंज थाना पुलिस ने साहिब सिंह और एक अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी, जालसाजी, कूटरचित दस्तावेज तैयार कर इस्तेमाल करने की धाराओं में एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
हुसैनगंज थाने की पुलिस ने साहिब सिंह और एक व्यक्ति के खिलाफ जालसाजी, धोखाधड़ी , कूटरचित तरीके से सरकारी नौकरी में दस्तावेज तैयार करके इस्तामाल करने के आरोप में एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच शुरु कर दी है।