प्रयागराज संवाददाता : आशीष भट्ट
प्रयागराज : जैसे-जैसे अयोध्या में रामलला के विराजने की तारीख नजदीक आती जा रही है वैसे-वैसे पूरे देश भर में राम भक्तों का उत्साह देखने लायक है अगर करें बात प्रयागराज की तो प्रयागराज की राम भगतन ने राम नाम शब्दों से ही पुरी रामचरितमानस चित्रों सहित लिख डाली है।आपको बता दें प्रयागराज स्थित झूंसी की रहने वाली प्रतिभा पाण्डेय पैसे से शिक्षिका है। इन्होंने कार्य के लिए अपनी नौकरी छोड़ दी इतना ही नहीं इन्होंने 10:30 मीटर के शब्द चित्र में पूरी रामचरितमानस लिख डाली ।
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यह पूरा चित्रण आपका मन मोह लेगा
प्रतिभा ने लगभग 18 महीने पहले इन चित्रों पर काम करना शुरू किया था और अब वह अगले साल श्री रामचरित मानस के 65 ‘प्रसंग’ (संदर्भों) वाली सभी 36 पेंटिंग्स को अयोध्या रामायण संग्रहालय को दान करने की योजना बना रही हैं।स्पष्ट रूप से, बड़ी टाइपोग्राफ़िक स्क्रॉल पेंटिंग – जिसकी माप 5 x 36 फीट है – में श्री रामचरित मानस के साथ-साथ अयोध्या के विभिन्न मंदिर, संपूर्ण ब्रह्मांड, देवता ब्रह्मा, विष्णु और महेश और नवग्रह शामिल हैं। पूरी पेंटिंग ‘राम नाम’ शब्द से बनी है और इसमें कोई बिंदु और रेखाएं नहीं हैं।
इतना ही नहीं अयोध्या राम मंदिर का प्रतिरूप बनाकर और एक करोड़ से ज्यादा राम लिखकर सबको चौंकाने का काम किया है । इन चित्रों को जब दूर से देखेंगे तो एक साधारण सी फोटो लगेगी लेकिन जब इसके गहराई में जाएंगे तो राम के नाम से यह पूरा चित्रण आपका मन मोह लेगा जो की लाल रंग के पेन से लिखा गया है।
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कई चित्र भी बनाए जाते हैं..
झूसी की रहने वाली प्रतिभा को चित्रकला में शुरू से ही मन लगता था। साथ ही ये भी कहती है कि आदिवासियों के अपने शरीर पर राम चरित मानस गुदा हुआ देखा था। कई चित्र भी बनाए जाते हैं। मेरी दादी भी राम नाम लिखती रही हैं। यहीं से हमें राम नाम से शब्द चित्र बनाने की प्रेरणा मिली और राम नाम में लीन हो गई।
भगवान राम के प्रति भक्ति और विश्वास और आंतरिक प्रेरणा ने मुझे राम नाम लिखकर अपने देवता के लिए एक विशेष टाइपोग्राफ़िक पेंटिंग बनाने के विविध कार्य को करने के लिए प्रेरित किया।शुरुआत इन्होंने राम दरबार बनाकर की जिसमें लोगों की खूब सराहना मिली तब इन्होंने विभिन्न देवी देवताओं के बीच चित्र बनाएं । इनका मानना है कि प्रभु राम की इनके ऊपर कृपा है तभी यह दुर्लभकर बिना किसी रूकावट के होता जा रहा है ।
मेरे लिए वह सबसे बड़ी उपलब्धि होगी..
प्रतिभा घंटो इस कार्य को करती हैं इस कार्य को यह दो वर्षों से कर रही हैं लेकिन जब से रामलाल के विराजने की तिथि घोषित हुई है तब से इनमें काफी उत्साह बढ़ गया है और राम नाम को बड़े तेजी से अपने कैनवास पर उकेर रही है कभी-कभी तो यह राम नाम लिखने में इतनी लीन हो जाती हैं कि इनके आंसू भी झलक आते हैं।वही इनका कहना है कि अगर उनकी यह मेहनत अयोध्या में बन रहे संग्रहालय में इन राम नाम चित्रों स्थान मिल जाए तो मेरे लिए वह सबसे बड़ी उपलब्धि होगी।