Ram Navami 2025 Celebration: रामनवमी के मौके पर रविवार को देशभर में विभिन्न स्थानों पर शोभा यात्राएं निकाली गईं और धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस दौरान कई जगहों पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई, ताकि कोई भी अप्रिय घटना न हो। विशेष रूप से पश्चिम बंगाल में बीजेपी और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) दोनों ही पार्टियों के नेताओं ने रामनवमी के उत्सव में भाग लिया।
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पश्चिम बंगाल में राम मंदिर का शिलान्यास
पश्चिम बंगाल में रामनवमी के अवसर पर एक महत्वपूर्ण घटना घटी, जब विपक्षी नेता शुभेंदु अधिकारी ने नंदीग्राम के सोनाचुरा गांव में राम मंदिर की आधारशिला रखी। इस मंदिर का स्थल ऐतिहासिक महत्व का है, क्योंकि यह 2007 के भूमि अधिग्रहण विरोधी आंदोलन स्थल के पास स्थित है। राज्य में रामनवमी के अवसर पर करीब 2,500 शोभा यात्राओं का आयोजन किया गया, जिनमें 6,000 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात किए गए।
सुरक्षा और उत्सव की धूम
रामनवमी के अवसर पर देशभर में धार्मिक उत्सव का माहौल था। श्रद्धालुओं ने भगवा झंडे और रामायण की झांकियों के साथ शोभा यात्राओं में भाग लिया और ‘जय श्री राम’ के नारे लगाए। पश्चिम बंगाल के साथ-साथ उत्तर प्रदेश, विशेष रूप से लखनऊ, गोरखपुर और वाराणसी में भी मंदिरों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। उत्तर प्रदेश में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के तहत पुलिस बल पूरे राज्य में तैनात किए गए थे।
सांप्रदायिक सौहार्द्र की मिसाल
मालदा में मुसलमानों ने रामनवमी के दौरान शोभा यात्रा में शामिल होकर श्रद्धालुओं को मिठाई और पानी की बोतलें दीं, जो सांप्रदायिक सौहार्द्र का बेहतरीन उदाहरण था। नागपुर में भी मुस्लिम समुदाय के लोगों ने रामनवमी के दौरान शोभा यात्रा पर फूल बरसाकर एकता का संदेश दिया।
संगठित उत्सव और कड़ी सुरक्षा
आपको बता दे कि, देश के विभिन्न हिस्सों में रामनवमी के कार्यक्रमों को बड़े धूमधाम से मनाया गया। कोलकाता में 60 से अधिक शोभा यात्राएं निकाली गईं, जहां ड्रोन और सीसीटीवी की मदद से निगरानी रखी गई। पुलिस ने संवेदनशील इलाकों में त्वरित प्रतिक्रिया दलों को तैनात किया। लखनऊ, गोरखपुर, और वाराणसी में भी बड़े स्तर पर धार्मिक आयोजन किए गए. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखनाथ मंदिर में कन्या पूजन किया।
संभल और प्रयागराज में विवाद
संभल में रामनवमी के दौरान शोभा यात्राओं में लोग डांस करते हुए नजर आए और सुरक्षा इंतजाम कड़े थे। इस दौरान पुलिस और रैपिड एक्शन फोर्स तैनात किए गए थे। वहीं प्रयागराज में हिंदू संगठनों के सदस्यों ने सालार मसूद गाजी की दरगाह पर भगवा झंडा लहरा दिया, जिससे हंगामा हुआ। हालांकि, पुलिस के पहुंचने से पहले ये लोग फरार हो गए।
झारखंड में भी रामनवमी उत्सव
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रांची के श्रीराम जानकी तपोवन मंदिर में पूजा-अर्चना की और श्रद्धालुओं को रामनवमी की शुभकामनाएं दीं। उनके साथ उनकी पत्नी और विधायक कल्पना सोरेन भी उपस्थित थीं। मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में श्रद्धालुओं की मनोकामनाओं की पूर्ति की कामना की और रामनवमी के इस पावन अवसर पर आस्था का अनुभव साझा किया।
रामनवमी का यह आयोजन देशभर में धूमधाम से मनाया गया, जहां उत्सव के साथ-साथ सुरक्षा भी महत्वपूर्ण मुद्दा रही। विविधता और एकता का संदेश देने वाले इस धार्मिक आयोजन ने भारतीय समाज में सौहार्द्र और भाईचारे की भावना को भी बढ़ावा दिया।