Rajouri Terror Attack: राजौरी (Rajouri) के ख्वास इलाके में सोमवार तड़के आतंकियों ने सेना के कैंप पर हमला कर दिया। आतंकियों ने अचानक ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी, जिससे इलाके में दहशत फैल गई। गोलियों की आवाज सुनकर ग्रामीण घरों से बाहर निकल आए। हमले में सेना के कुछ जवान घायल हो गए हैं, हालांकि इसकी पुष्टि अभी तक नहीं हो सकी है।
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सेना और पुलिस का त्वरित एक्शन
घटना की जानकारी मिलते ही सेना और पुलिस ने इलाके को चारों ओर से घेर लिया। राजौरी के SSP और पुलिस की विशेष ऑपरेशन ग्रुप (SOG) की टीम मौके पर पहुंच चुकी है। इलाके में घेराबंदी और तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।
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रक्षा विभाग की प्रतिक्रिया
रक्षा विभाग जम्मू के जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि राजौरी के एक सुदूर गांव में हमले को नाकाम कर दिया गया है। फिलहाल आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ जारी है। सोमवार तड़के राजौरी के गुंधा इलाके में एक सुरक्षा चौकी पर संदिग्ध आतंकवादियों द्वारा गोलीबारी किए जाने के बाद सुरक्षा बलों ने घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू किया।
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जुलाई में बढ़े आतंकी हमले
इस महीने आतंकियों की गतिविधियों में इजाफा देखने को मिला है। 19 जुलाई को जम्मू-कश्मीर के केरन सेक्टर में नियंत्रण रेखा पर घुसपैठ की कोशिश को सुरक्षा बलों ने नाकाम कर दिया था, जिसमें दो आतंकवादी मारे गए थे। इसके अलावा, जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले के कास्तीगढ़ इलाके में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में दो सैनिक घायल हो गए थे।
सुरक्षा बलों की तैनाती और तैयारियां
इस प्रकार की घटनाएं स्पष्ट रूप से दिखाती हैं कि सुरक्षा बल हर वक्त सतर्क और तैयार रहते हैं। इन घटनाओं से यह भी पता चलता है कि आतंकवादियों की ओर से लगातार घुसपैठ और हमलों की कोशिशें की जा रही हैं, जिन्हें रोकने के लिए सुरक्षा बल तत्पर हैं। यह घटना दर्शाती है कि सुरक्षा बलों की सतर्कता और त्वरित प्रतिक्रिया ने एक बड़े हमले को नाकाम कर दिया। इन मुश्किल परिस्थितियों में सुरक्षा बलों की तत्परता और हिम्मत काबिले तारीफ है।
आतंकी गतिविधियों में इजाफा देश की सुरक्षा के लिए गंभीर चिंता का विषय है। सुरक्षा बलों को और अधिक सशक्त बनाना और उन्हें अत्याधुनिक तकनीक और हथियारों से लैस करना अब और भी महत्वपूर्ण हो गया है। राजौरी के ख्वास इलाके में हुए इस हमले ने फिर से यह स्पष्ट कर दिया है कि आतंकवादी कभी भी और कहीं भी हमला कर सकते हैं। लेकिन हमारे सुरक्षा बलों की तत्परता और हिम्मत से इन हमलों को नाकाम किया जा सकता है। देशवासियों को भी सुरक्षा बलों के साथ सहयोग करना चाहिए ताकि आतंकवादियों के नापाक इरादे कामयाब न हो सकें।