Rahul Gandhi News : कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी संसद के मॉनसून सत्र में केंद्र सरकार पर लगातार हमलावर बने हुए हैं.बजट पर चर्चा के दौरान एक बार फिर राहुल गांधी का सदन में आक्रामक रुप देखने को मिला जहां उन्होंने सरकार को जमकर घेरा और कहा बजट के जरिए सरकार ने मिडिल क्लास की पीठ और छाती में छुरा घोंपा है.राहुल गांधी ने सरकार पर आरोप लगाया कि,उसने हिंदुस्तान के युवाओं,किसानों और गरीबों को अभिमन्यू की तरह चक्रव्यूह में फंसा दिया है.कांग्रेस नेता ने सदन में आरोप लगाया कि,सरकार की ताकत केवल 6 लोगों के पास है जिनका राहुल गांधी ने नाम भी लिया।
राहुल गांधी के भाषण पर फिर चली कैंची
कांग्रेस सांसद ने बजट पर चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी,अमित शाह,आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत,एनएसए अजित डोभाल और उद्योगपति मुकेश अंबानी और गौतम अडानी का नाम लेकर सरकार को घेरने की कोशिश की लेकिन एक बार फिर सदन में दिए उनके भाषण से कुछ शब्दों को रिकॉर्ड से हटा दिया गया है.राहुल गांधी के भाषण से जिन शब्दों को हटाया गया है उनमें मोहन भागवत,अजित डोभाल और अंबानी-अडानी हैं.राहुल गांधी ने सोमवार को सदन में करीब 45 मिनट का लंबा भाषण दिया जिसमें उन्होंने इन सभी का नाम लिया था उस पर स्पीकर ओम बिरला ने आपत्ति जताई थी।
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अंबानी-अडानी का नाम लेने पर स्पीकर ने जताई थी आपत्ति
सदन में नेता प्रतिपक्ष की हैसियत से भाषण देते हुए राहुल गांधी ने कहा,हजारों साल पहले अभिमन्यु को चक्रव्यूह में फंसाकर 6 लोगों ने मारा था.चक्रव्यूह का दूसरा नाम है ‘पद्मव्यूह’ जो कमल के फूल के आकार का होता है.इसके अंदर डर और हिंसा होती है.कांग्रेस नेता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के अलावा मोहन भागवत,अजित डोभाल और अंबानी-अडानी का नाम लिया था
जिसे अब उनके रिकॉर्ड भाषण से हटा दिया गया है।सरकार पर आरोप लगाते हुए कांग्रेस नेता ने 21वीं सदी में एक और चक्रव्यूह तैयार किया गया है जो अभिमन्यु के साथ हुआ वही हिंदुस्तान की जनता के साथ हो रहा है.उन्होंने दावा किया जिस तरह से अभिमन्यु को चक्रव्यूह में फंसाया गया था उसी तरह हिंदुस्तान को फंसा दिया गया है।
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पहले भी रिकॉर्ड से हटाए जा चुके भाषण के कुछ अंश
इससे पहले 1 जुलाई को राहुल गांधी ने नेता प्रतिपक्ष के तौर पर सदन में अपना पहला भाषण दिया था.राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान उन्होंने लोकसभा में संविधान की कॉपी और भगवान शिव की तस्वीर लेकर अपनी बात सदन में रखी थी.
इसमें में उनके भाषण के एक बड़े हिस्से को संसदीय रिकॉर्ड से हटा दिया गया था.रिकॉर्ड से हटाए जाने पर राहुल गांधी ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए लोकसभा स्पीकर को एक चिट्ठी लिखी थी इस चिट्ठी में राहुल गांधी ने कहा था कि,मैं ये देखकर स्तब्ध हूं कि,किस तरह मेरे भाषण के एक बड़े हिस्से को कार्यवाही से निकाल दिया गया और हटाए गए अंश नियम 380 के दायरे में नहीं आते।