Lok Sabha Result: लोकसभा चुनाव 2024 में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने उत्तर प्रदेश की रायबरेली और केरल की वायनाड सीट से चुनाव लड़ा और दोनों की सीट पर जीत दर्ज की है। वहीं एकतरफा जीत की ख्वाहिश रखने वाली बीजेपी को उतनी बड़ी सफलता नहीं मिली लेकिन उससे उलट चाहे भारत जोड़ो यात्रा हो या कांग्रेस का इस बार का चुनावी नारा ‘हाथ बदलेगा हालात, कांग्रेस के काफी काम आया है।
कांग्रेस बहुमत के करीब तो नही पहुंच पाई लेकिन पिछली बार से अच्छा प्रदर्शन करने में कामयाब रही है।वहीं राहुल गांधी को भी इसका फायदा अपनी दोनों सीटों पर मिलता दिखा है।कांग्रेस नेता राहुल गांधी अपने दोनों सीटे से बहुमत से जित हासिल की।
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वायनाड लोकसभा सीट छोड़ना लगभग तय
दरअसल रायबरेली की सीट की जीत जितनी अहम है उतनी ही वायनाड की सीट की जीत भी। क्योंकि जहां रायबरेली की सीट कांग्रेस की विरासत है तो वही वायनाड की सीट राहुल के लिए धर्मभूमि है जहां से पिछली बार वो जीतकर लोकसभा पहुंचे थे।
लेकिन उन्हें नियम के मुताबिक एक सीट छोड़नी होगी क्योंकि वो सिर्फ एक ही सीट से लोकसभा जा सकते है ऐसे में माना जा रहा है कि राहुल गांधी वनायड से सीट छोड़कर रायबरेली से लोकसभा जाएंगे। मिली जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि केरल की वायनाड लोकसभा सीट छोड़ना लगभग तय माना जा रहा है।
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14 दिन के अंदर खाली करनी होती है सीट
आपको बता दें कि इस संबंध में पूर्व लोकसभा सचिव पीडीटी अचारी ने ईटीवी भारत को बताया, ‘उन्हें (राहुल गांधी) तय समय के भीतर दो में से एक सीट खाली करनी होगी। संविधान के अनुसार, इसके लिए 14 दिन की समय सीमा तय है। चूंकि, राहुल गांधी 4 जून को निर्वाचित हुए थे, इसलिए उन्हें 18 जून तक किसी भी सांसद पद से इस्तीफा देना होगा। चुनाव आयोग नए सांसद की तलाश के लिए छह महीने के भीतर खाली सीट पर उपचुनाव कराएगा।’
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रविवार को शपथ ग्रहण
बताते चले कि 18वीं लोकसभा के चुनाव के बाद रविवार को नई सरकार शपथ लेगी। लोकसभा की बैठक बुलाने की डेट तय होने के बाद लोकसभा सचिवालय से सभी निर्वाचित सांसदों को अधिसूचना दी जाएगी। प्रोटेम स्पीकर की अध्यक्षता में सदन की बैठक शुरू होने पर सबसे पहले सदस्यों को शपथ दिलाई जाती है। उस समय तक निर्वाचन क्षेत्रों का निर्धारण करके लोकसभा सचिवालय को सूचित करना होगा।
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कोई व्यक्ति एक साथ दो क्षेत्रों से सांसद नहीं रह सकता
संविधान और संसदीय विशेषज्ञों का कहना है कि वह ज्यादा लंबे समय तक दोनों सीट अपने पास नहीं रख सकते। उन्हें जल्द ही एक सीट छोड़नी होगी। वहीं राहुल गांधी इन दोनों निर्वाचन क्षेत्रों से सांसद हैं, लेकिन भारतीय संविधान के अनुसार कोई भी व्यक्ति एक साथ दो निर्वाचन क्षेत्रों से सांसद नहीं रह सकता।