Rahul Gandhi: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी अपने बयानों को लेकर अक्सर सुर्ख़ियों रहते हैं। हाल ही में फिर कुछ ऐसा ही बयान सामने आया हैं जिसके सुनकर लोग उनपर तंज कस रहे हैं। आपको बता दे कि राहुल गांधी अपने ने यूरोप दौरे के तीसरे दिन कुछ ऐसा कह दिया जिससे कि फिर से वे सुर्ख़ियों में आ गए हैं। दरअसल, 10 सितंबर को पेरिस की साइंसेज पो यूनिवर्सिटी में राहुल गांधी ने छात्रों को संबोधित किया।
यूरोप के दौरे के तहत फ्रांस पहुंचे कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर भारत सरकार पर निशाना साधा हैं। उन्होंने पेरिस में इंडिया-भारत नाम विवाद और हिंदुत्व जैसे मुद्दों पर बात की और कहा कि जो लोग किसी चीज का नाम बदलना चाहते हैं। वे इतिहास को नकारने की कोशिश कर रहे हैं।
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बीजेपी और आरएसएस पर निशाना साधा
राहुल गांधी ने बीजेपी और आरएसएस पर निशाना साधते हुए कहा कि , “मैंने गीता पढ़ी हैं, उपनिषद पढ़े हैं, कई हिंदू किताबें भी पढ़ी हैं। इस आधार पर मैं कह सकता हूं कि बीजेपी जो करती है, उसमें कुछ भी हिंदूवादी नहीं है। बीजेपी-आरएसएस का हिंदू धर्म से कोई लेना-देना नहीं है। वो सत्ता पाने के लिए कुछ भी करते हैं।”
राहुल गांधी- नई राजनीतिक दृष्टि आगे बढ़ने का रास्ता
इसके साथ ही छात्रों को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि मैंने इस बारे में बात की कि कैसे ‘इंडिया, डैट इज भारत’, अपने सभी लोगों की आवाज का प्रतिनिधित्व करता है और कैसे एक डिसेंट्रलाइज और डेमोक्रेटिक भारत की एक नई राजनीतिक दृष्टि आगे बढ़ने का रास्ता हैं।
लोगों को छुपाने का आरोप लगाया
यह कोई पहली बार नहीं हैं जब ऐसे आरोप लगाए जा रहे हैं। इससे पहले कांग्रेस सांसद ने केंद्र सरकार पर जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान लोगों को छुपाने का आरोप लगाया. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट किया, “भारत सरकार हमारे लोगों और जानवरों को छिपा रही हैं। हमारे मेहमानों के सामने भारत की सच्चाई छिपाने की कोई जरूरत नहीं हैं।”