Giriraj Singh Yatra: बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले यात्राओं की सियासत तेज हो गई है. आरजेडी नेता तेजस्वी यादव की ‘संवाद यात्रा’ के बाद अब केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह (Giriraj Singh) ‘हिंदू स्वाभिमान यात्रा’ लेकर मैदान में उतरे हैं. इस यात्रा का पहला चरण सीमांचल क्षेत्र से होकर गुजरने वाला है, जहां यह यात्रा सियासी हलचल मचा रही है. विपक्षी दल आरजेडी, कांग्रेस और बीजेपी के सहयोगी जेडीयू ने इस यात्रा पर सवाल खड़े किए हैं, वहीं पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव ने इसे लेकर तीखा हमला बोला है.
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हिंदुओं को एकजुट करने का आह्वान किया
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह (Giriraj Singh) ने भागलपुर में हिंदू स्वाभिमान यात्रा से एक दिन पहले हिंदुओं को एकजुट करने का आह्वान किया है. उन्होंने कहा कि वह किसी भी कुर्बानी को तैयार हैं और यात्रा को तब तक नहीं रोकेंगे जब तक हिंदू समाज पूरी तरह संगठित नहीं हो जाता. गिरिराज सिंह ने इस दौरान विभिन्न मुद्दों पर अपनी तीखी प्रतिक्रिया दी और मुसलमानों की बढ़ती आबादी पर भी सवाल उठाए.
“हिंदू पैदा हुआ हूं, यात्रा नहीं रोकूंगा”
गिरिराज सिंह (Giriraj Singh) ने साफ कहा कि वह किसी पद या प्रतिष्ठा के लिए नहीं, बल्कि एक हिंदू के रूप में पैदा हुए हैं और अपने आखिरी सांस तक हिंदू स्वाभिमान यात्रा को जारी रखेंगे. उन्होंने कहा, “मैं एमपी-एमएलए बनकर पैदा नहीं हुआ हूं, बल्कि हिंदू पैदा हुआ था. मेरे शरीर में आखिरी बूंद खून तक मैं हिंदू स्वाभिमान यात्रा नहीं रोकूंगा.” गिरिराज सिंह ने दावा किया कि उन्हें किसी का डर नहीं है और यह यात्रा सभी हिंदुओं की है, जिसमें हर पार्टी के हिंदू शामिल हो सकते हैं.
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“मेरा अस्तित्व खतरे में, मैं किसी का डर नहीं मानता”
गिरिराज सिंह (Giriraj Singh) ने संवाददाताओं से कहा कि कुछ लोग उनकी यात्रा पर सवाल उठा रहे हैं, लेकिन उन्हें किसी का डर नहीं है. उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा, “लोग कहते हैं कि मैंने सर्व-धर्म सद्भाव की शपथ ली है, लेकिन जब मेरे अस्तित्व पर खतरा हो, तो क्या मुझे चुप रहना चाहिए? चाहे वह मुसलमान ही क्यों न हो, मैं अपनी जान बचाने के लिए सामने वाले पर वार करूंगा.”
हिंदू-मुस्लिम जनसंख्या पर उठाए सवाल
केंद्रीय मंत्री ने 1951 से लेकर अब तक की जनसंख्या स्थिति पर चर्चा करते हुए कहा कि देश में हिंदुओं की जनसंख्या लगातार घट रही है, जबकि मुसलमानों की जनसंख्या में तेजी से वृद्धि हो रही है. गिरिराज सिंह (Giriraj Singh) ने दावा किया कि देश के करीब 400 जिलों में हिंदू अब अल्पसंख्यक बन गए हैं. उन्होंने कहा कि कुछ लोग मुसलमानों के समर्थन में हैं और कहते हैं कि केंद्रीय मंत्री को हिंदू स्वाभिमान यात्रा नहीं निकालनी चाहिए, लेकिन हिंदुओं की सुरक्षा और स्वाभिमान की रक्षा करना उनका कर्तव्य है.
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विपक्ष और सहयोगियों ने किया विरोध
गिरिराज सिंह (Giriraj Singh) की ‘हिंदू स्वाभिमान यात्रा’ को लेकर विपक्षी दलों में हलचल बढ़ गई है. आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने यात्रा पर निशाना साधते हुए कहा कि गिरिराज सिंह अशांति फैलाने का प्रयास कर रहे हैं. उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा, “गिरिराज सिंह हिंदुओं को एकजुट करने की बात कर रहे हैं, लेकिन उनका असली मकसद माहौल को बिगाड़ना है.” बीजेपी की सहयोगी पार्टी जेडीयू ने भी इस यात्रा पर असहमति जताई है. जेडीयू ने गिरिराज सिंह को संविधान की शपथ की याद दिलाते हुए नसीहत दी है कि उन्हें देश के सभी नागरिकों के प्रति समानता का भाव रखना चाहिए. जेडीयू के नेता ने कहा कि बिहार एक सेक्युलर राज्य है और यहां की सियासत में धार्मिक ध्रुवीकरण की कोई जगह नहीं है.
तेजस्वी यादव पर साधा निशाना
गिरिराज सिंह (Giriraj Singh) ने तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वह मुसलमानों को एकजुट करने के लिए यात्रा निकाल सकते हैं, तो हिंदू समुदाय को संगठित करने के लिए वह ऐसा क्यों नहीं कर सकते. उन्होंने आरोप लगाया कि दुर्गा प्रतिमा विसर्जन और रामनवमी के दौरान पत्थरबाजी और हिंसा के पीछे मुसलमानों की बढ़ती आबादी का हाथ है. गिरिराज ने कहा, “हिंदुओं ने कभी ताजिये पर पत्थर नहीं फेंके, लेकिन आज दुर्गा पूजा और रामनवमी पर हमले हो रहे हैं.”
इन सभी विरोधों के बीच गिरिराज सिंह ने अपनी यात्रा को पूरी तरह से गैर-राजनीतिक बताया. उन्होंने कहा, “यह यात्रा बीजेपी या एनडीए से कोई संबंध नहीं रखती है. यह हिंदुओं के स्वाभिमान और धर्म के उत्थान के लिए निकाली जा रही है.” गिरिराज सिंह ने स्पष्ट किया कि यह यात्रा किसी पार्टी की राजनीति का हिस्सा नहीं है, बल्कि हिंदू समाज को जागरूक करने का एक प्रयास है.
पप्पू यादव का तीखा हमला
बिहार के पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव ने गिरिराज सिंह (Giriraj Singh) की इस यात्रा को लेकर सबसे कड़ा विरोध दर्ज किया है. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा, “गिरिराज सिंह को यात्रा निकालने से कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन अगर इस यात्रा से सीमांचल का अमन और सौहार्द बिगड़ता है, तो यह यात्रा मेरी लाश से होकर गुजरेगी.” पप्पू यादव ने यह भी कहा कि अगर यह यात्रा विकास के लिए होती तो वह इसका समर्थन करते, लेकिन यह यात्रा केवल माहौल बिगाड़ने के लिए निकाली जा रही है.
भागलपुर से यात्रा की शुरुआत का कारण
भागलपुर से यात्रा की शुरुआत के बारे में बात करते हुए गिरिराज सिंह (Giriraj Singh) ने कहा कि 1989 में हुए दंगे को लोग अब भी भूले नहीं हैं. उन्होंने कहा कि इस यात्रा का उद्देश्य उन जख्मों को फिर से कुरेदना नहीं है, बल्कि हिंदुओं को एकजुट करना है. गिरिराज ने यह भी बताया कि आगे के चरण में अन्य जिलों से भी इस यात्रा को निकाला जाएगा.
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