Sultanpur Encounter: उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में डकैती के आरोपी मंगेश यादव की एनकाउंटर में हुई मौत को लेकर सियासत गरमा गई है। समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव ने एनकाउंटर को जातीय भेदभाव का परिणाम बताते हुए इसे फर्जी करार दिया है। अखिलेश ने कहा कि मंगेश को उसकी जाति देखकर मारा गया है और पुलिस ने साजिश के तहत यह एनकाउंटर किया है। सपा इस मुद्दे को बड़े जोर-शोर से उठा रही है और इसे राजनीतिक मंच पर प्रमुखता से भुनाने की तैयारी में है।
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पीड़ित परिवार से मुलाकात
समाजवादी पार्टी ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए पूरे प्रदेश में विरोध की रणनीति तैयार की है। आज सुबह सपा नेता और उत्तर प्रदेश विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष, लाल बिहारी यादव जौनपुर के बक्सा थाना अंतर्गत अगरौरा गांव में मंगेश यादव के परिजनों से मुलाकात करेंगे। वह परिवार को सांत्वना देंगे और सपा की ओर से इस एनकाउंटर में शामिल पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग भी करेंगे। लाल बिहारी यादव के इस दौरे से सपा इस मुद्दे को और गरमाने की कोशिश कर रही है।
जातीय आधार पर एनकाउंटर का लगाया आरोप
मंगेश यादव पर सुल्तानपुर में हाल ही में हुई डेढ़ करोड़ की डकैती का आरोप था। 28 अगस्त को एक ज्वैलर की दुकान में हुई इस बड़ी घटना के बाद पुलिस उसकी तलाश कर रही थी। पुलिस ने इससे पहले सोमवार को तीन आरोपियों को पकड़ा था, जिनके पैरों में गोली मारकर उन्हें गिरफ्तार किया गया। बुधवार देर रात पुलिस को मंगेश यादव की लोकेशन मिली और सुबह करीब 4 बजे मिश्रपुर पुरैना के पास एसटीएफ ने घेराबंदी की।
पुलिस का दावा है कि मंगेश ने घेराबंदी के दौरान पुलिस पर फायरिंग की, जिसके जवाब में पुलिस ने गोली चलाई, जिसमें मंगेश गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे तुरंत सुल्तानपुर मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मंगेश पर एक लाख रुपये का इनाम था और उसके खिलाफ कई लूट और डकैती के मामले दर्ज थे।
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अखिलेश यादव ने पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस एनकाउंटर को फर्जी करार देते हुए कहा कि पुलिस ने मंगेश की जाति के आधार पर उसकी जान ले ली। उन्होंने सवाल उठाया कि जब गिरोह के मुखिया को पहले ही पकड़ लिया गया था, तो पुलिस को लूट की बरामदगी करनी चाहिए थी। लेकिन जातीय भेदभाव की वजह से मंगेश की हत्या कर दी गई। अखिलेश ने इस घटना को लेकर सरकार की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाया और कहा कि बीजेपी सरकार में जातिगत भेदभाव खुलेआम हो रहा है। उन्होंने मांग की है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और दोषी पुलिसकर्मियों पर सख्त कार्रवाई की जाए।
बीजेपी ने किया आरोपों का खंडन
समाजवादी पार्टी के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने कहा कि यूपी की योगी सरकार जाति के आधार पर कोई भेदभाव नहीं करती। उन्होंने कहा, “हमारी सरकार की प्राथमिकता अपराधियों को कानून के दायरे में लाना है, जातीय आधार पर नहीं। पुलिस ने जो भी कार्रवाई की है, वह पूरी तरह से विधि सम्मत है।”
चौधरी ने आगे कहा कि अपराधियों को किसी भी तरह की राहत नहीं दी जाएगी, चाहे उनकी जाति कुछ भी हो। उन्होंने अखिलेश यादव पर पलटवार करते हुए कहा कि विपक्ष एनकाउंटर को जातिगत रंग देकर अपनी राजनीति चमकाने की कोशिश कर रहा है। सुल्तानपुर एनकाउंटर का मामला अब यूपी की राजनीति में नया मोड़ ले चुका है। जहां सपा इसे जातिगत भेदभाव से जोड़ रही है, वहीं बीजेपी इसे कानून व्यवस्था का मामला बता रही है। आने वाले दिनों में यह मुद्दा और भी तूल पकड़ सकता है, जिससे चुनावी राजनीति में इसकी अहम भूमिका हो सकती है।