Ayodhya Gang rape case: अयोध्या में नाबालिग लड़की के साथ हुए गैंगरेप कांड (Ayodhya Gang rape case) को लेकर सियासत तेज हो गई है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव का बयान एक बार फिर सामने आया है। अखिलेश यादव ने रविवार सुबह अपने एक्स हैंडल पर पोस्ट करते हुए सरकार से बड़ी मांग की है। उन्होंने पोस्ट में अपील की है कि सरकार पीड़िता को अच्छे चिकित्सीय प्रबंध कराए और उसकी हर संभव सुरक्षा सुनिश्चित करे।
Read more: Visakhapatnam रेलवे स्टेशन पर बड़ा हादसा, तिरुमाला एक्सप्रेस की चार बोगियों में लगी आग
न्यायालय से किया आग्रह
अखिलेश यादव ने लिखा कि बलात्कार पीड़िता के लिए सरकार अच्छे-से-अच्छा चिकित्सीय प्रबंध कराए। बालिका के जीवन की रक्षा की जिम्मेदारी सरकार की है। माननीय न्यायालय से विनम्र आग्रह है कि इस मामले को संज्ञान में लेकर स्थिति की संवेदनशीलता और गंभीरता को देखते हुए अपने पर्यवेक्षण में पीड़िता की हर संभव सुरक्षा सुनिश्चित करवाएं। बदनीयत लोगों का इस तरह की घटनाओं का राजनीतिकरण करने का मंसूबा कभी कामयाब नहीं होना चाहिए।
Read more: BJP के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष की रेस विनोद तावड़े सबसे आगे, कई दिग्गज नेताओं को पछाड़ा
डीएनए टेस्ट की करी मांग
अखिलेश यादव ने कहा है कि अयोध्या के भदरसा मामले में बिना डीएनए टेस्ट के भाजपा का आरोप दुराग्रहपूर्ण माना जाएगा। इस कुकृत्य के मामले में जिन पर भी आरोप लगे हैं, उनका डीएनए टेस्ट कराकर इंसाफ का रास्ता निकाला जाए, न कि केवल आरोप लगाकर सियासत की जाए। जो भी इस घटना के दोषी हों उन्हें कानून के हिसाब से पूरी सजा दी जाए, लेकिन अगर डीएनए टेस्ट के बाद आरोप झूठे साबित हों, तो सरकार के संलिप्त अधिकारियों को भी न बख्शा जाए। उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए। अखिलेश यादव ने मांग की है कि सरकार पीड़ित परिवार को तत्काल 20 लाख रुपये की सहायता प्रदान करे।
Read more: UP News: श्रीकृष्ण जन्मभूमि-शाही ईदगाह विवाद; मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने कहा-“एक ईंट भी नहीं देंगे”
कानून व्यवस्था पर प्रहार: “उत्तर प्रदेश में अराजकता का माहौल”
अखिलेश यादव ने शनिवार को जारी एक बयान में कहा कि उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था ध्वस्त है। हर दिन हत्या, लूट, दुष्कर्म की घटनाएं हो रही हैं। भाजपा सरकार घटनाओं को रोकने में विफल है। भाजपा सरकार असली अपराधियों को बचाती रही है। सत्ता के संरक्षण में भाजपा समर्थक भी तमाम अपराधों में संलिप्त पाए गए हैं। उन्होंने कहा कि अपराधियों में भाजपा सरकार का खौफ नहीं रह गया है। वे भाजपा नेता की बेटी का अपहरण करने से भी नहीं डर रहे हैं। मुख्यमंत्री के प्रदेश में कानून व्यवस्था की बेहतरी के दावे झूठे साबित हो रहे हैं। निकम्मी भाजपा सरकार से लोग ऊब गए हैं।
इस तरह की घटनाओं का राजनीतिकरण करना केवल दोषियों को बचाने का प्रयास प्रतीत होता है। सरकार को चाहिए कि वह बिना किसी भेदभाव के न्याय दिलाने के लिए ठोस कदम उठाए और पीड़ित परिवार की मदद करे। डीएनए टेस्ट और अन्य वैज्ञानिक जांचों के जरिए सत्य को सामने लाना जरूरी है ताकि दोषियों को कड़ी सजा मिल सके और भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।
मुद्दे पर गरमाई राजनीति
अयोध्या गैंगरेप कांड ने एक बार फिर राज्य की कानून व्यवस्था और राजनीतिक पार्टियों के बीच टकराव को उजागर कर दिया है। अखिलेश यादव की मांगें और बयान दर्शाते हैं कि इस मुद्दे को लेकर राजनीति गरमा गई है। सरकार को चाहिए कि वह इस मामले में न्याय सुनिश्चित करे और दोषियों को कड़ी सजा दिलाए। जनता को उम्मीद है कि सरकार इस मामले को गंभीरता से लेगी और उचित कार्रवाई करेगी।