J&K Assembly Elections: आर्टिकल 370 के समाप्त होने के बाद जम्मू कश्मीर में पहली बार विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं जिसको लेकर बीजेपी से लेकर कांग्रेस और जम्मू-कश्मीर में अन्य क्षेत्रीय दल भी कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहते हैं।कांग्रेस और बीजेपी ने यहां अपने चुनावी बिगुल की शुरुआत भी कर दी है कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने रामबन से अपनी चुनावी रैली की शुरुआत की तो वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी चुनावी रैली की शुरुआत कर आज कांग्रेस पर जमकर हमला बोला है।
उमर अब्दुल्ला के बयान से सियासी पारा हाई
इस बीच जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के एक बयान से घाटी में सियासी पारा हाई हो गया है। न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए एक इंटरव्यू में उमर अब्दुल्ला ने कहा कि,2001 के संसद हमले के दोषी अफजल गुरु को फांसी देने से उद्देश्य पूरा नहीं हुआ है अफजल गुरु को फांसी देने में जम्मू-कश्मीर सरकार की कोई भूमिका नहीं थी।
आतंकी अफजल गुरु के लिए फिर दिखा अब्दुल्ला का प्रेम
उमर अब्दुल्ला ने कहा,यह दुर्भाग्यपूर्ण बात थी कि,जम्मू-कश्मीर सरकार का अफजल गुरु की फांसी से कोई लेना-देना नहीं था नहीं तो आपको राज्य सरकार की अनुमति से ऐसा करना पड़ता। जिसके बारे में मैं कह सकता हूं कि ऐसा नहीं होता हम ऐसा नहीं करते और मुझे नहीं लगता उसे फांसी देने से कोई उद्देश्य पूरा हुआ है। पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के इस बयान पर राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया है उनके इस बयान पर केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने कड़े शब्दों में आलोचना करते हुए कहा….उमर अब्दुल्ला का बयान आपत्तिजनक और भारत विरोधी है। इसकी जितनी निंदा की जाए वो कम है। अफजल गुरु और याकूब जैसे आतंकवादियों के पक्ष में बोलना देश विरोधी है कांग्रेस ऐसे देश विरोधी बयानों के साथ है इसे देश और कश्मीर बर्दाश्त नहीं करेगा।
बीजेपी ने कड़े शब्दों में की आलोचना
बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने कहा कि,राहुल गांधी और उमर अब्दुल्ला आतंकवादियों को समर्थन देने में विश्वास करते हैं उमर अब्दुल्ला ने कहा है यदि उनका बस चलता तो वे अफजल गुरु को फांसी नहीं होने देते, ये क्या कह रहे हैं वे….एक आतंकवादी को फांसी नहीं होने देते? उमर अब्दुल्ला के बयान से इंडिया गठबंधन की मानसिकता झलकती है जो आतंकवादियों का समर्थन कर रहे हैं।पिछले 10 सालों में जम्मू-कश्मीर में पत्थरबाजी की कोई घटना नहीं हुई और घाटी में आतंकवाद कम हुआ है हमें पूरा विश्वास है कि,जम्मू-कश्मीर के लोग विकास के मार्ग पर आगे बढ़ने के लिए बीजेपी के नेतृत्व वाली सरकार को चुनेंगे।