UP By-Elections 2024: समाजवादी पार्टी ((Samajwadi Party)) ने उपचुनाव के लिए उम्मीदवारों की सूची जारी बीते दिन जारी कर दी है. सपा द्वारा प्रत्याशियों की सूची जारी होने के बाद राजनीतिक हलचल तेज हो गई है. कांग्रेस की ओर से यह बयान आया कि अभी तक गठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर कोई औपचारिक चर्चा नहीं हुई है. इस बयान के सामने आने के बाद सियासी माहौल ने नया मोड़ ले लिया है और तरह-तरह की अटकलों का दौर शुरु हो गया है.
कांग्रेस के बयान से सियासी अटकलें शुरु
दरअसल, बीते दिन सपा (Samajwadi Party) द्वारा उम्मीदवारों की घोषणा के बाद कांग्रेस ने दावा किया कि सीटों के बंटवारे पर कोई सहमति नहीं बनी है, जिससे उपचुनाव को लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जा रही थी. खासकर फूलपुर और मझवां जैसी सीटों को लेकर कांग्रेस ने अपना दावा किया था. इसके बाद राजनीतिक गलियारों में यह सवाल उठने लगा कि क्या सपा और कांग्रेस के बीच गठबंधन बरकरार रहेगा या नहीं.
अखिलेश यादव का बयान: गठबंधन रहेगा कायम
अब इन अटकलों पर विराम लगाते हुए सपा प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने अपना पक्ष रखा है. जब उनसे उपचुनाव और सीट बंटवारे के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि “आज के दिन बहुत कुछ नहीं बोलना है, लेकिन हां, यूपी में कांग्रेस के साथ गठबंधन रहेगा.” अखिलेश यादव के इस बयान ने 24 घंटे से चले आ रहे सस्पेंस को खत्म कर दिया. हालांकि, सीटों के सवाल पर अभी भी स्थिति स्पष्ट नहीं है, लेकिन उनके बयान से यह साफ हो गया है कि कांग्रेस और सपा के बीच गठबंधन को लेकर कोई दरार नहीं है.
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सपा की उम्मीदवारों की सूची
समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) ने बुधवार को छह उम्मीदवारों की सूची जारी की. करहल विधानसभा से तेज प्रताप यादव, सीसामऊ से नसीम सोलंकी, फूलपुर से मुस्तफा सिद्दीकी, मिल्कीपुर से अजीत प्रसाद, कटेहरी से शोभावती वर्मा और मंझवा से डॉ. ज्योति बिंद को उम्मीदवार बनाया गया है. इसमें फूलपुर और मझवां दो ऐसी सीटें हैं जिनपर कांग्रेस का दावा था.
उत्तर प्रदेश की 10 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव में से पांच सीटें—सीसामऊ, कटेहरी, करहल, मिल्कीपुर और कुंदरकी—सपा के पास थीं, जबकि फूलपुर, गाजियाबाद, मझवां और खैर भाजपा के पास थीं. कांग्रेस ने उपचुनाव के लिए 5 सीटों की मांग रखी थी, लेकिन सपा द्वारा अपने प्रत्याशियों की सूची जारी करने के बाद यह स्पष्ट हो गया कि सीटों को लेकर अभी भी दोनों दलों के बीच बातचीत बाकी है.
उपचुनाव पर सपा की रणनीति
सपा द्वारा उम्मीदवारों के ऐलान के बाद यह साफ हो गया है कि पार्टी अपनी पुरानी सीटों पर मजबूती से लड़ने की तैयारी में है. कांग्रेस और सपा के बीच सीटों को लेकर अभी भी कुछ असमंजस है, लेकिन अखिलेश यादव ने यह साफ कर दिया कि गठबंधन बरकरार रहेगा. अब यह देखना दिलचस्प होगा कि सीटों का अंतिम बंटवारा कैसे होता है और कांग्रेस कितनी सीटों पर अपना दावा रख पाती है.
समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) की उम्मीदवारों की सूची ने उपचुनाव की राजनीति को नया मोड़ दे दिया है. हालांकि, कांग्रेस ने सीट बंटवारे को लेकर असहमति जताई है, लेकिन अखिलेश यादव ने गठबंधन की पुष्टि कर सस्पेंस खत्म कर दिया. अब सीटों के बंटवारे की अंतिम रूपरेखा का इंतजार किया जा रहा है, जिससे यह साफ होगा कि दोनों दल उपचुनाव में किस तरह से एकजुट होकर चुनाव लड़ें.