Sanjay Raut on Raj Thackeray: शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत (Sanjay Raut) ने मनसे चीफ राज ठाकरे पर तीखा हमला करते हुए उनकी राजनीतिक दिशा पर सवाल उठाए है. शनिवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में राज ठाकरे (Raj Thackeray) ने दावा किया था कि महाविकास अघाड़ी को लोकसभा चुनाव में जनता के समर्थन की वजह से वोट नहीं मिले, बल्कि ये वोट मोदी-विरोधी और अमित शाह-विरोधी थे. हालांकि, राज ठाकरे ने यह स्पष्ट नहीं किया कि क्या उनकी पार्टी विधानसभा चुनाव में महायुति के साथ गठबंधन करेगी या नहीं.
बताते चले कि राज ठाकरे (Raj Thackeray) के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए संजय राउत ने कहा कि राज ठाकरे की राजनीतिक स्थिति अस्थिर है. उन्होंने आरोप लगाया कि राज ठाकरे का समर्थन उन लोगों के साथ है जो महाराष्ट्र के विरोधी हैं और बालासाहेब ठाकरे की पार्टी को तोड़ने का प्रयास कर चुके हैं.
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राज ठाकरे की भूमिका पर सवाल
न्यूज ऐजेंसी से बातचीत में संजय राउत (Sanjay Raut) ने कहा, “राज ठाकरे (Raj Thackeray) किस पार्टी के साथ हैं, यह सवाल महत्वपूर्ण है. वे मोदी और शाह के साथ रहे हैं, जो हमेशा महाराष्ट्र के दुश्मनों के साथ रहे हैं. उन्होंने बालासाहेब ठाकरे जी की पार्टी को तोड़ने का प्रयास किया है और अब उसी पार्टी के साथ हैं. उनकी बातों को गंभीरता से नहीं लिया जाना चाहिए क्योंकि उनकी बातों की गंभीरता खत्म हो गई है.”
संयज राउत ने आगे कहा, “राज ठाकरे का यह कहना कि हमारे जमाने में यह हो गया और तुम्हारे जमाने में वह हो गया, यह बात करने का उनका अधिकार नहीं है. उनकी दिशा ही स्पष्ट नहीं है. वह महाराष्ट्र की तरफ हैं या महाराष्ट्र के विरोधियों की तरफ, यह स्पष्ट नहीं है. उनकी भूमिका हमेशा से महाराष्ट्र को कमजोर करने वालों का साथ देने वाली रही है. ऐसे में उनकी बातों पर ज्यादा चर्चा करना व्यर्थ है.”
महाराष्ट्र की राजनीति में राज ठाकरे का प्रभाव
राज ठाकरे (Raj Thackeray) के हालिया बयानों से एक बार फिर यह सवाल उठता है कि महाराष्ट्र की राजनीति में उनकी भूमिका क्या है. उन्होंने शनिवार को यह दावा किया कि आगामी विधानसभा चुनाव में महाविकास अघाड़ी को एंटी-इन्कंबेंसी वोट नहीं मिलेंगे. उनका कहना था कि दलितों और मुसलमानों का बड़ा वोट बीजेपी के खिलाफ गया है, जो अंततः उद्धव ठाकरे, शरद पवार और कांग्रेस के पास चला गया.
राज ठाकरे (Raj Thackeray) ने कहा, “यह वोट महाविकास अघाड़ी के समर्थन में नहीं था, बल्कि यह मोदी और शाह के खिलाफ था। यह लहर अब खत्म हो गई है.” उनका यह बयान महाराष्ट्र की राजनीति में एक नई बहस को जन्म दे सकता है, खासकर तब जब राज्य में आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियां शुरू हो रही हैं.
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संजय राउत की प्रतिक्रिया
संजय राउत (Sanjay Raut) ने अपने बयान में साफ किया कि राज ठाकरे की दिशा स्पष्ट नहीं है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि राज ठाकरे ने हमेशा उन ताकतों का समर्थन किया है जो महाराष्ट्र को कमजोर करने का प्रयास करती हैं. राउत का यह बयान एक स्पष्ट संदेश है कि शिवसेना (यूबीटी) अपने विरोधियों पर निशाना साधने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है, खासकर तब जब राज्य की राजनीति में चुनावी सरगर्मियां बढ़ रही हैं.
राज ठाकरे की राजनीतिक दिशा पर सवाल उठाए
संजय राउत (Sanjay Raut) और राज ठाकरे (Raj Thackeray) के बीच की इस वाकयुद्ध ने महाराष्ट्र की राजनीति में एक नई हलचल पैदा कर दी है. राउत ने जहां राज ठाकरे की राजनीतिक दिशा पर सवाल उठाए, वहीं ठाकरे ने महाविकास अघाड़ी के लिए आने वाले चुनावों में मुश्किलें बढ़ने का दावा किया है. इस विवाद से यह साफ होता है कि महाराष्ट्र की राजनीति में अभी कई मोड़ आने बाकी हैं, खासकर तब जब राज्य विधानसभा चुनाव की तैयारियां जोर पकड़ रही हैं.
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