उ0प्र0 (कुशीनगर): संवाददाता – ज्ञानेश्वर बरनवाल
- इंजी0 कमलेश सिंह के हत्यारे धर्मेंद्र पासवान को पुलिस ने किया गिरफ्तार
- इंजी0 कमलेश सिंह के हत्या के मुख्य आरोपी ग्राम प्रधान धर्मेन्द्र पासवान पुलिस मुठभेड़ में हुआ घायल
- धर्मेंद्र पासवान पर घोषित था पचास हजार रुपये का इनाम
कुशीनगर। बीते शनिवार को हाटा कोतवाली क्षेत्र के खागी मुंडेरा गांव में जिला पंचायत सदस्य जामवंती देवी के इंजीनियर पुत्र इंजी. कमलेश सिंह की गोली मारकर हत्या करने वाला मुख्य आरोपी ग्राम प्रधान धर्मेद्र पासवान को मंगलवार की देर रात पुलिस ने मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया है। मुठभेड़ हाटा-गौरीबाजार मार्ग पर उस समय हुई जब पचास हजार का इनामी हत्यारोपी धर्मेंद्र कही भागने के फिराक मे था। मुठभेड़ के दौरान पुलिस के जबाबी कार्रवाई मे उसके दाहिने पैर में गोली लगी है। पुलिस ने कमलेश सिंह की हत्या में इस्तेमाल किये गये पिस्टल, दो मैगजीन, कारतूस और बाइक भी बरामद कर लिया है।
बदमाशों ने की पुलिस पर फायरिंग
बताया जा रहा है कि मंगलवार की रात धर्मेंद्र पासवान बाइक से कहीं भागने की फिराक में था, जिस पर पुलिस की अचानक नजर पड़ गई। पुलिस ने हत्यारोपी धर्मेंद्र को हाटा-गौरी बाजार मार्ग पर देवप्रीत डिग्री कॉलेज के पास रोकने की कोशिश की, तो वह भागने लगा। इसके बाद पुलिस ने घेराबंदी कर दी। पुलिस के मुताबिक धर्मेंद्र ने पिस्टल से पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी।
इसके जवाब में पुलिस ने भी फायरिंग की और गोली धर्मेद्र के दाहिने पैर में लगी, जिससे वह घायल हो गया। पुलिस ने उसके पास से कमलेश सिंह की हत्या में प्रयुक्त पिस्टल, दो मैगजीन, कारतूस और बाइक बरामद की है। इसके बाद पुलिस धर्मेंद्र को गिरफ्तार कर हाटा सीएचसी लेकर आयी, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। सूचना मिलने पर एएसपी ने देर रात हाटा सीएचसी और कोतवाली पहुंचकर पूरी घटना की जानकारी हासिल की।
जानकारी के मुताबिक कुशीनगर जिले के हाटा कोतवाली क्षेत्र के खागी मुंडेरा गांव में शनिवार की रात जिला पंचायत सदस्य जामवंती देवी के छोटे पुत्र इंजीनियर कमलेश सिंह को गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी। उन्हें तीन गोलियां लगी थीं। परिजनों द्वारा उन्हें हाटा सीएचसी ले जाया गया था, जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया था। हालांकि, तसल्ली न होने पर परिजन कमलेश सिंह को गोरखपुर ले गए थे। वहां भी डॉक्टर ने उन्हें मृत बताया था। इस घटना के बाद से गांव में तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई थी।
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बदमाशों को पकडने के लिए पुलिस ने गठित की टीम
घटना की जानकारी होने पर पुलिस अधीक्षक धवल जायसवाल, एएसपी रितेश सिंह और कसया के सीओ कुंदन सिंह सहित कई अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे थे। एसपी ने हत्या मे शामिल अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए छह टीमें लगायी थी। उसी रात शांति व्यवस्था के लिहाज से गांव में पुलिस और पीएसी तैनात कर दी गई थी। मृतक इंजीनियर कमलेश के पिता राधाकृष्ण सिंह की तहरीर पर पुलिस ने मुख्य आरोपी ग्राम प्रधान धर्मेंद्र पासवान, उसके भाई हरेंद्र पासवान, पिता पूर्व प्रमुख सुकदेव पासवान, माता पूर्व ब्लॉक प्रमुख इसरावती देवी और भरत पासवान सहित कुल पांच लोगों पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी थी। इनमें भरत को अगले दिन पुलिस ने देवरिया से गिरफ्तार कर लिया था।
धर्मेंद्र पासवान पर घोषित था पचास हजार का इनाम
पुलिस अधीक्षक धवल जायसवाल ने बताया कि कमलेश सिंह की हत्या के मामले में वांछित मुख्य हत्यारोपी धर्मेंद्र सिंह को मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया गया है। सूचना मिली थी कि वह हाटा क्षेत्र में अपने किसी साथी से मिलने आया हुआ है। पुलिस ने उसे रोकने का प्रयास किया लेकिन उसने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दिया। पुलिस की जबाबी कार्रवाई मे उसके पैर में गोली लगी है।
उसके पास से कमलेश सिंह की हत्या में प्रयुक्त कंट्रीमेड पिस्टल, दो मैगजीन, कारतूस और बाइक बरामद हुई है। पुलिस अधीक्षक धवल जायसवाल के मुताबिक धर्मेंद्र पासवान का पूर्व का आपराधिक इतिहास रहा है, जिसकी वजह से उस पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित था। इसे लेकर कमलेश हत्याकांड में दो अभियुक्त गिरफ्तार हो चुके हैं। उन्होंने सख़्त लहजे मे कहा कि कोई अपराधी बख्शा नहीं जाएगा। अन्य हत्यारोपियों की तलाश की जारी है।