Parliament Winter Session 2024:संसद के शीतकालीन सत्र की आज से शुरआत हो रही है जो 20 दिसंबर 2024 तक चलेगा महाराष्ट्र-झारखंड विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद संसद के शीतकालीत्र सत्र में इस बार काफी ज्यादा हंगामे के आसार हैं सत्र में सत्ता पक्ष की ओर से कुल 16 विधेयक लाए जाएंगे जिसमें 5 नए विधेयक होंगे इस बीच सदन में सबसे ज्यादा चर्चा वक्फ बिल संशोधन विधेयक को लेकर है जिस पर इससे पहले भी सदन में कार्रवाई के दौरान हंगामा देखा गया है।
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संसद के शीतकालीन सत्र से पहले PM मोदी का संबोधन
सदन के शीतकालीन सत्र से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सदन के बाहर अपने संबोधन में विपक्ष को सदन में शांतिपूर्ण व्यवहार बनाए रखने की अपील की।पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा,2024 का ये अंतिम कालखंड चल रहा है देश पूरे उमंग और उत्साह के साथ 2025 के स्वागत की तैयारी में लगा है संसद का यह सत्र अनेक प्रकार से विशेष है सबसे बड़ी बात है हमारे संविधान के 75 साल की यात्रा,75वें साल में उसका प्रवेश लोकतंत्र के लिए बहुत ही उज्जवल अवसर है पीएम मोदी ने कहा कल संविधान सत्र में हम सब मिलकर संविधान के 75वें वर्ष के उत्सव की शुरुआत करेंगे।
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विपक्ष से सदन में शांतिपूर्ण व्यवहार बनाए रखने की अपील की
संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत से पहले पीएम मोदी ने कहा,संसद में स्वस्थ चर्चा हो, ज्यादा से ज्यादा लोग चर्चा में अपना योगदान दें दुर्भाग्य से कुछ लोगों ने अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए जिनको जनता ने अस्वीकार किया है वे संसद को भी मुट्ठी भर लोगों की हुड़दंगबाजी से नियंत्रित करने का प्रयास कर रहे हैं।देश की जनता उनके सारे व्यवहारों को गिनती है और समय आने पर सजा भी देती है लेकिन दुख की बात है कि नए सांसदों के अधिकारों को कुछ लोग दबोच देते हैं।
LS अध्यक्ष ने संविधान को राजनीति से दूर रखने की दी नसीहत
पीएम मोदी ने कहा,पुरानी पीढ़ी का काम है आने वाली पीढ़ियों को तैयार करें लेकिन 80-90 बार जिनको जनतका ने नकार दिया है वे न संसद में चर्चा होने देते हैं न लोकतंत्र की भावना का सम्मान करते हैं न वो लोगों के प्रति अपना दायित्व समझ पाते हैं वे जनता की उम्मीदों पर कभी खरे नहीं उतरते जनता को उन्हें बार-बार नकारना पड़ता है।लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत में सभी सांसदों से अपील की कि,संविधान को राजनीति से दूर रखें उन्होंने संविधान को लेकर राजनीति करना ठीक नहीं है संविधान को राजनीति से दूर रखना चाहिए।
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संविधान को बताया भारत के लोकतंत्र की ताकत
लोकसभा अध्यक्ष ने कहा,संविधान भारत के लोकतंत्र की ताकत है इसी संविधान के कारण हम सामाजिक और आर्थिक बदलाव लाए हैं संविधान ने समाज के वंचित,गरीब और पिछड़े लोगों को सम्मान दिया है संविधान की मूल भावना हम सबको जोड़े रखने और मिलकर काम करने की ताकत देती है इसलिए संविधान को राजनीति में अपने निजी फायदे के लिए नहीं लाना चाहिए।