PM Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (CJI) डीवाई चंद्रचूड़ के आवास पर जाकर गणपति बप्पा का दर्शन और पूजा-अर्चना की। गणेशोत्सव के इस पावन अवसर पर प्रधानमंत्री के गणपति पूजन की तस्वीरें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही हैं। चीफ जस्टिस चंद्रचूड़ ने भगवान गणेश से सभी के लिए सुख, समृद्धि और उत्तम स्वास्थ्य की कामना की। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी को महाराष्ट्र की पारंपरिक टोपी और वेशभूषा में देखा गया, जिससे तस्वीरें और भी खास बन गईं।
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गणेशोत्सव की धूम
गणेशोत्सव की शुरुआत 7 सितंबर से हुई है और यह पर्व पूरे देश, विशेषकर महाराष्ट्र में बड़े धूमधाम से मनाया जा रहा है। भगवान गणेश के भक्त 10 दिनों तक इस उत्सव के दौरान पूजा-अर्चना करते हैं और गणपति बप्पा को अपने घरों में स्थापित करते हैं। महाराष्ट्र और कर्नाटक जैसे राज्यों में इस दौरान विशेष उत्साह देखने को मिलता है। प्रधानमंत्री मोदी के चीफ जस्टिस के आवास पर पहुंचने और वहां पूजा-अर्चना करने की तस्वीरों ने सोशल मीडिया पर खासा ध्यान खींचा। पीएम मोदी ने इन तस्वीरों को अपने आधिकारिक एक्स (पूर्व में ट्विटर) हैंडल पर भी साझा किया, जिन्हें चंद मिनटों में हजारों लाइक मिल गए।
प्रधानमंत्री मोदी का पारंपरिक मराठी अंदाज
प्रधानमंत्री मोदी को इस विशेष अवसर पर पारंपरिक मराठी वेशभूषा में देखा गया। सुनहरे चमकदार परिधान और सफेद मराठी टोपी पहने हुए प्रधानमंत्री ने महाराष्ट्र की लोकसंस्कृति का प्रतीकात्मक सम्मान किया। इसके अलावा उन्होंने सदरी और पटका भी पहन रखा था। इस पूरे पूजा-अर्चना के दौरान चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ और उनकी पत्नी कल्पना दास भी मौजूद थीं। चंद्रचूड़ की पत्नी ने लाल साड़ी पहनी हुई थी और वे भी पूरी श्रद्धा से पूजा-अर्चना में शामिल हुईं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास पर पहुंचने के बाद, चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने अपनी पत्नी के साथ मिलकर उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। पूजा के बाद दोनों प्रमुख हस्तियों के बीच बातचीत भी हुई, जिसका राजनीतिक और न्यायिक जगत में खासा महत्व देखा जा रहा है।
चीफ जस्टिस का महाराष्ट्र से कैसा है संबंध?
चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ का जन्म मुंबई में हुआ था, जो देश की आर्थिक राजधानी है और गणेशोत्सव की भव्यता के लिए प्रसिद्ध है। चंद्रचूड़ की पढ़ाई-लिखाई भी महाराष्ट्र में ही हुई और उन्होंने बॉम्बे हाईकोर्ट से अपनी वकालत की शुरुआत की थी। इसके अलावा, वे मुंबई विश्वविद्यालय में विजिटिंग प्रोफेसर के तौर पर भी कार्य कर चुके हैं। उनका न्यायिक करियर भी काफी प्रभावशाली रहा है, जिसमें उनके पिता वाईवी चंद्रचूड़ का भी अहम योगदान है, जो खुद भी भारत के प्रधान न्यायाधीश रह चुके हैं।
गणेशोत्सव का महत्त्व
हिंदू पंचांग के अनुसार, गणेशोत्सव भाद्रपद महीने की चतुर्थी तिथि से शुरू होता है और यह पर्व मुख्य रूप से महाराष्ट्र और कर्नाटक में धूमधाम से मनाया जाता है। भगवान गणेश को विघ्नहर्ता माना जाता है, और इस पर्व के दौरान लोग अपने घरों में गणपति की प्रतिमा स्थापित कर उनके आशीर्वाद से सुख, समृद्धि और शांति की कामना करते हैं। प्रधानमंत्री मोदी का गणपति पूजा में शामिल होना और पारंपरिक वेशभूषा में नजर आना इस बात को दर्शाता है कि गणेशोत्सव का सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व कितना व्यापक है।
गणेशोत्सव न सिर्फ धार्मिक, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से भी भारतीय समाज में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ के आवास पर गणपति बप्पा की पूजा-अर्चना में शामिल होना न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि यह देश के शीर्ष नेताओं के बीच सौहार्दपूर्ण संबंधों को भी दर्शाता है। गणेशोत्सव की महत्ता और पारंपरिक मूल्यों के साथ प्रधानमंत्री का यह जुड़ाव, देश के सांस्कृतिक ताने-बाने की मजबूत कड़ी का उदाहरण है।