कुशीनगर संवाददाता- ज्ञानेश्वर बरनवाल
कुशीनगर में अखिल भारतीय मध्याहन भोजन रसोईयाँ महासंघ के द्वारा रसोईयों के सात सूत्रीय मांगों को लेकर जिला मुख्यालय रविन्द्र नगर धूस पर विशाल धरना प्रदर्शन किया गया। धरने को जिलाध्यक्ष कुशमावती देवी ने संचालन किया एवं धरने में मुख्य अतिथि के रूप में प्रान्तीय संरक्षक एवं संस्थापक अध्यक्ष सुरेन्द्र नाथ गौतम उपस्थित रहें।
शिक्षा दिलाएंगी एवं उनका पालन पोषण करेगी…
धरने को सम्बोधित करते हुए सुरेन्द्र नाथ गौतम ने कहा कि सरकार रसोईयों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। उन्होंने कहा कि उच्च न्यायालय प्रयागराज के द्वारा रसोईयों को न्यूनतम वेतन देने एवं रसोईयों के नितियों को पुनः विचार करते हुए रसोईयों की दशा सुधारने के लिए दिया गया है। परन्तु सरकार रसोईयों की दशा सुधारने के नाम पर मात्र 500रू. बढ़ाकर अपना पिछा छुड़ा रही है।
रसोईयां इस भीषण महगांई के दौर में 2000रू. से अपने बच्चों को किस तरह से शिक्षा दिलाएंगी एवं उनका पालन पोषण करेगी। धरने के सम्बोधित करते हुए प्रदेश महामंत्री संगीता यादव ने कहा कि रसोईयाँ नियुक्ति शासनादेश में पाल्य / बच्चा व छात्र संख्या अनिवार्यता होने के वजह से हर वर्ष पूर्व से कार्यरत रसोईयों को विद्यालय से निकाला जाता है एवं निकाले जाने की धमकी देकर मिड-डे मिल बनाने के अलावा भी और कार्य लिया जा रहा है। रसोइयों का पाच-पाच माह का मानदेय बकाया है। रसोईयाँ एवं उनके बच्चे भूखमरी के कगार पर हैं।
परन्तु सरकार को कुछ दिखाई नही दे रहा है। धरने में सर्वसम्मत से फैसला लिया गया कि सरकार हमारी सात सूत्रीय मांगों को तत्काल पूरा नही करती है तो 6 नवम्बर को लखनऊ में विधानसभा का घेराव करने को मजबूर होगें जिसकी पूरी जिम्मेदारी सरकार की होगी।